गुजरात माध्यमिक सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष असित वोरा को देर से ही सही पद से इस्तीफा देना पड़ा । असित वोरा ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को इस्तीफ़ा सौप दिया .पेपरलीक कांड को लेकर असित वोरा पर गंभीर आरोप लगे थे , तब से उनके इस्तीफ़ा देने की संभावना जतायी जा रही थी लेकिन सरकार की छवि बचाने के लिए उन्हें कुछ समय की मोहलत दी गयी थी |
गुजरात में, माध्यमिक सेवा चयन बोर्ड द्वारा आयोजित लिपिक भर्ती में पेपर लीक होने के बाद विपक्ष ने वोरा पर चौतरफा हमला कर दिया था । घोटाले में असित वोरा के इस्तीफे की मांग की गई थी। लेकिन तब मुख्यमंत्री से असित वोरा की मुलाकात के बाद साफ़ हो गया था कि फिलहाल उनको अभयदान दिया जा रहा हैं |
लिपिक परीक्षा पत्र लीक होने के कई दिन बाद सरकार ने परीक्षा रद्द करने का फैसला किया था। जिसके बाद प्रधान लिपिक पेपर लीक मामले में जांच शुरू की थी ,कई आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार भी किये थे ,लेकिन उसके बाद भी विपक्ष वोरा को अपने निशाने में लिया था ,जिसके बाद आख़िरकार सोमवार को आसित वोरा ने मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफ़ा सौफ दिया | वही जीआईडीसी के चेयरमैन बलवाल सिंह राजपूत और आई के जाडेजा ने भी अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है |
इस्तीफे पर सस्पेंस के बीच गुजरात के सीएम से मिले असित वोरा
कई बोर्ड निगम में बदलाव के आसार
गुजरात के लिए 2022 का चुनावी वर्ष है ,ऐसे में संगठन और सरकार के बीच सामजस्य बनाने के लिए बोर्ड निगम में बदलाव की कवायद चल रही है | कम से कम आठ बोर्ड निगम में नए लोगों को जगह दिए जाने की चर्चा सियासी गलियारों में चल रही है | भाजपा प्रदेश प्रमुख सी आर पाटिल ने पहले ही साफ़ कर दिया था कि जिन्हे विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा है उन्हें बोर्ड निगम छोड़ देना चाहिए |