ऐसा लग रहा है कि देश के राज्यों में राजनीतिक उथल-पुथल की लहर शुरू हो गई है| गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में विजय रूपानी का इस्तीफा और नए मुख्यमंत्री के रूप में भूपेंद्र पटेल की नियुक्ति के बाद, पंजाब में भी कैप्टन अमरिंदर सिंह का इस्तीफा और चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के साथ एक बड़ा राजनीतिक परिवर्तन देखा गया है।
चरणजीत चन्नीने सोमवारको चंडीगढ़ के राजभवन में पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। अमरिंदर सिंह का पार्टी में कड़े संघर्ष के बाद इस्तीफा देने के ठीक एक दिन बाद कांग्रेसने चन्नी को मुख्यमंत्री के रूप में चुना था।
चन्नी तीन अन्य मंत्रियों रंधावा, राजिंदर सिंह बाजवा और सुखबिंदर सिंह सरकारिया के साथ पार्टी के बंटे हुए सदन में गृहमंत्री के तोर रहे है और नवजोत सिंह सिद्धू के भी काफी करीबी रहे हैं|
डेरा बाबा नानक विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओमप्रकाश सोनीने पंजाब के नए मुख्यमंत्री के रूप में चरणजीत चन्नी सहित उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
समारोह में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पीपीसीसी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ मौजूद रहे थे।
हालाकि पीएम मोदीने भी चरणजीत सिंह को पंजाब के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए बधाई दी थी और पंजाब सरकार के साथ काम करने पर जोर दिया था।