गुजरात: तीन हजार रुपये के लिए कंपाउंडर ने किया ऑपरेशन का प्रयास, बेटी व मां की हुई मौत

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गुजरात: तीन हजार रुपये के लिए कंपाउंडर ने किया ऑपरेशन का प्रयास, बेटी व मां की हुई मौत

| Updated: December 23, 2022 12:16

शहर की कागडापीठ पुलिस (Kagdapith police) ने गुरुवार को मणिनगर के एक ईएनटी अस्पताल (ENT hospital) में बुधवार को दो महिलाओं की हत्या के आरोप में एक कंपाउंडर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि एक 30 वर्षीय महिला की उसके कान के परदे पर सर्जरी के प्रयास के दौरान एनेस्थेटिक (anaesthetic) के ओवरडोज के कारण मौत हो गई, और महिला की मां, जिसने 46 वर्षीय कंपाउंडर मनसुख मियात्रा के हाथों मौत देखी थी, ने उसे एनेस्थेटिक की घातक खुराक दी और उसे भी मार डाला।

इसकी जानकारी तब हुई जब मणिनगर के भूलाभाई पार्क (Bhulabhai Park) के पास स्थित कर्ण ईएनटी अस्पताल (ENT Hospital) के एक कर्मचारी ने अलमारी खोली तो उसमें 30 वर्षीय भारती वाला का शव मिला। उसकी मां चंपा वाला (58) का शव बाद में एक पलंग के नीचे छिपा हुआ और चादर से ढका मिला था।

एसीपी के डिवीजन मिलाप पटेल (Milap Patel) ने कहा कि नारोल की रहने वाली भारती अपने कान के गंभीर संक्रमण से पीड़ित थी, जिसके लिए मियात्रा छह महीने से कर्ण ईएनटी अस्पताल (Karna ENT Hospital) में उसका इलाज कर रहा था। पटेल ने कहा, “ज्यादातर समय, केवल मियात्रा, जो 1999 से अस्पताल में काम कर रही थीं, ने ही उन्हें दवा दी थी। बाद में, उनकी मां चंपा ने भी उनके कान में संक्रमण की शिकायत की और मियात्रा ने भी उनका इलाज शुरू कर दिया।”

अस्पताल के डॉक्टर डॉ. अर्पित शाह (Dr Arpit Shah) ने कहा था कि उन्हें अपने कान के परदे की सर्जरी करनी होगी, जिसकी कीमत 30,000 रुपये होगी। पटेल ने कहा कि भारती ने मियात्रा को यह बताया और उसने उससे कहा कि वह सिर्फ 3,000 रुपये में सर्जरी कर करेगा।

पटेल ने कहा, “भारती और चंपा सुबह करीब 9:30 बजे अस्पताल पहुंचे। मियात्रा ने इसके बाद अस्पताल के सीसीटीवी सिस्टम को बंद कर दिया और भारती और चंपा को ऑपरेशन थियेटर में ले गया।”

उन्होंने कहा कि मियात्रा ने पहले लोकल एनेस्थीसिया (local anesthesia) के तौर पर चंपा के कान में दो बूंद डालीं। जब यह काम नहीं किया, तो उसने उसे एनेस्थेटिक केटामाइन (anaesthetic ketamine) का इंजेक्शन दिया और भारती की लगभग तुरंत मृत्यु हो गई। पटेल ने कहा, “मियात्रा ने कहा कि भारती को मरा हुआ देखकर चंपा बेहोश हो गई। उसे डर था कि वह सब कुछ बाहर जाकर बता देगी और इसलिए उसने चंपा को एनेस्थेटिक की घातक खुराक दी, जिससे उसकी भी मौत हो गई। फिर उसने उनके शरीर को छिपा दिया।”

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