गुजरात में विपक्षी कांग्रेस ने केंद्र सरकार के उस फैसले पर कड़ा प्रहार किया है, जिसमें आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर इस दिन को “संविधान हत्या दिवस” के रूप में मनाने की घोषणा की गई है।
गुजरात कांग्रेस प्रवक्ता मन्हर पटेल ने वाइब्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा कि यह फैसला केवल अपनी गलतियों पर पर्दा डालने और देश के युवाओं के मन में ज़हर भरने के लिए किया गया है।
गौरतलब है कि संस्कृति मंत्रालय द्वारा इस दिन को “संविधान हत्या दिवस” के रूप में मनाने के निर्देश दिए गए हैं। इस संदर्भ में गुजरात के उच्च शिक्षा आयुक्त ने सरकारी कॉलेजों व अन्य विश्वविद्यालयों को बुधवार (25 जून, 2025) को इस अवसर पर निबंध जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित करने के लिए लिखा है। मंत्रालय के फैसले का उल्लेख करते हुए, विभाग ने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से इस कार्यक्रम से संबंधित तस्वीरें MyGov पोर्टल पर अपलोड करने के लिए कहा है।
केंद्रीय मंत्रालय के अनुसार, इस दिन को संविधान के मूल्यों को याद करने के लिए मनाया जा रहा है।
पटेल ने सवाल उठाते हुए कहा कि “हत्या” शब्द के साथ कोई उत्सव कैसे मनाया जा सकता है? कांग्रेस नेता ने कहा कि संविधान को मज़बूत करने और इसके तहत नागरिकों को दिए गए अधिकारों की रक्षा करने के बजाय, सरकार अपनी गलतियों को छुपाने में जुटी है।
पटेल ने कहा कि क्या पिछले 11 सालों में सरकार के पास ऐसा कुछ नहीं है, जिसे वह उत्सव के रूप में मना सके? उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 11 साल से देश में एक अघोषित “आपातकाल” जैसा माहौल बना हुआ है।
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