गुजरात सरकार ने करोड़ों रुपये जुटाए हैं। जीएसटी और वैट के जरिए साल 2021-22 में 86,780 करोड़ रुपये। एकत्र की गई राशि रु. 20057 करोड़ रुपये के संग्रह से अधिक है। साल 2020-21 में 66,723 करोड़ की कमाई की। यह जीएसटी लागू होने के बाद से सबसे ज्यादा है।
इसी तरह, मार्च 2022 के महीने में 4530 करोड़ रुपये एकत्र किए गए, जो मार्च 2021 के दौरान एकत्र की गई राशि से 28.56% अधिक है, जो गुजरात सरकार द्वारा अब तक का सबसे अधिक मासिक संग्रह है। मार्च 2021 में, एकत्रित राशि रु। 3523 करोड़।
यदि जीएसटी संग्रह में वृद्धि कोई संकेत है, तो यह मानने के कारण हैं कि कोविड -19 से बुरी तरह पस्त अर्थव्यवस्था धीमी लेकिन स्थिर गति से ठीक हो रही है। जीएसटी के संग्रह के आंकड़ों से समग्र वसूली देखी जा सकती है।
वर्ष 2021-22 के लिए जीएसटी संग्रह के आंकड़े रुपये के संग्रह के मुकाबले 45,464 करोड़ रुपये हैं। वर्ष 2020-21 में 30,697 करोड़। यह रुपये की वृद्धि के बराबर है। 14,767 करोड़, यानी पिछले वर्ष की तुलना में 48.10%।
वैट के मामले में, वर्ष 2020-21 के दौरान संग्रह पिछले वर्ष के संग्रह से 9,310 करोड़ रुपये अधिक है। 44.70% की वृद्धि दर्ज करते हुए 20,827 करोड़।