इनकम टैक्स ने बुधवार को अहमदाबाद के सिल्वर यूनिवर्सिटी पर छापे मारे। आयकर अधिकारियों ने गोटा स्थित निजी यूनिवर्सिटी में तलाशी अभियान शुरू किया। सिल्वर ओक यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष और निदेशक- शीतल अग्रवाल, पूनम अग्रवाल, जनक खंडवाल और श्वेता खंडवाल- भी आयकर विभाग के रडार पर हैं। खबर लिखने तक छापेमारी जारी थी।
आयकर अधिकारियों ने बुधवार सुबह छात्रों और शिक्षकों को परिसर खाली करने को कहा। सिल्वर ओक की स्थापना 2009 में हुई थी। इसमें लगभग 15000 छात्र हैं। यहां इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, साइंस, नर्सिंग और अन्य विषयों की पढ़ाई होती है।
सिल्वर ओक के छात्रों का प्रदर्शन
जनवरी 2022 में सिल्वर ओक यूनिवर्सिटी (एसओयू) के छात्रों ने विरोध किया था। यह विरोध प्रबंधन द्वारा गैर-सूचीबद्ध शुल्क के नाम पर छात्रों से 2.10 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली के खिलाफ था। छात्रों का आरोप था कि सरकार ने कॉलेज शुरू होने के दो महीने बाद ही एनरोलमेंट चार्ज लेना शुरू कर दिया था। जबकि ये चार्ज उन्हें दिए गए औपचारिक शुल्कों की सूची में नहीं थे।
देश भर में छापे
सरकारी सूत्रों ने बताया कि इनकम टैक्स विभाग ने पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों (आरयूपीपी) और उनकी कथित संदिग्ध फंडिंग के खिलाफ टैक्स चोरी की जांच के लिए बुधवार को कई राज्यों में छापेमारी की। गुजरात, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा और कुछ अन्य राज्यों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों, उनसे जुड़ी संस्थाओं, ऑपरेटरों और अन्य के खिलाफ कर विभाग द्वारा एक समन्वित कार्रवाई शुरू की गई है। यह कार्रवाई चुनाव आयोग (ईसी) की सिफारिश पर की जा रही है, जिसने हाल ही में भौतिक सत्यापन के दौरान गैर-मौजूद पाए जाने के बाद पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों की सूची से 87 संस्थाओं को हटा दिया था।