पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गुजरात सरकार देश में सबसे ऊंची अंतरिक्ष वेधशाला खोलने की योजना बना रही है। वैसे तो यह शहर पहले से ही कुछ अद्भुत, वैश्विक स्तर के आकर्षणों से भरा हुआ है, जिसमें स्टैच्यू ऑफ गुजरात भी शामिल है, जो दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। बता दें कि अंतरिक्ष वेधशाला का विचार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का था, इसलिए सरकार ने जल्द ही परियोजना की दिशा में काम करना शुरू कर दिया।
रिपोर्टों के अनुसार, 140 मीटर के इस अंतरिक्ष वेधशाला का निर्माण धरोई बांध पर किया जाएगा, जो नरेंद्र मोदी के गृहनगर वडनगर के करीब है। इस परियोजना और 1500 एकड़ के विशाल क्षेत्र पर लगभग 1041 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस विशाल परियोजना के निर्माण का अनुमानित समय तीन वर्ष है।
राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ सरकार को उम्मीद है कि वेधशाला आसपास के क्षेत्रों के विकास में भी मदद करेगी। उन्हें उम्मीद है कि इससे पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी।
इसकी प्रमुख विशेषताएं
तैयार होने पर यह अविश्वसनीय अंतरिक्ष वेधशाला एक सुंदर टेलीस्कोप गैलरी की सुविधा प्रदान करेगी, जहां से विभिन्न ग्रहों को देखा जा सकता है। एक खगोलीय वेधशाला और दर्शनीय स्थल भी होगी। लोग खुले से आसमान तक देखने वाले डेक तक भी जा सकते हैं। इसके अलावा एक कैफे और एक होटल भी परियोजना का हिस्सा हैं। 2500 लोगों के बैठने के लिए एम्फीथिएटर भी होगा।