8 अगस्त, 2023 को नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) और ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने राज्यसभा में जानकारी दी कि, 30 जून, 2023 तक गुजरात की कुल स्थापित सौर ऊर्जा क्षमता 10,133.66 मेगावाट थी। 2022-23 में, गुजरात ने 10,335.32 एमयू सौर ऊर्जा उत्पन्न की। यह राज्यसभा सदस्य परिमल नथवाणी (Rajya Sabha Member Parimal Nathwani) द्वारा उठाए गए एक सवाल के जवाब में था।
मंत्री के बयान के मुताबिक, 30 जून 2023 तक देश में कुल 70,096 मेगावाट की सौर ऊर्जा क्षमता (solar power capacity) स्थापित की जा चुकी है। इसलिए, सौर ऊर्जा की क्षमता का अब तक पूरी तरह से दोहन नहीं किया गया है।
बयान में कहा गया है कि सौर परियोजनाएं बड़े पैमाने पर निजी निवेश के माध्यम से विकसित की जाती हैं, जो परियोजना डेवलपर्स द्वारा टैरिफ-आधारित प्रतिस्पर्धी बोली, कैप्टिव खपत और तीसरे पक्ष की बिक्री आदि के माध्यम से चुनी जाती हैं। वर्तमान में 55.90 गीगावॉट सौर परियोजनाएं संचालित हैं।
नथवाणी देश में सौर ऊर्जा उत्पादन की कुल स्थापित क्षमता के बारे में जानना चाहते थे, कितनी क्षमता का दोहन किया गया है और देश में अधिक वाणिज्यिक सौर ऊर्जा संयंत्रों की योजना है।
मंत्री के बयान के मुताबिक, सरकार ने देश में सौर ऊर्जा समेत नवीकरणीय ऊर्जा (renewable energy) को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं।
सरकार ने स्वचालित मार्ग के तहत 100% तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अनुमति दी है। इंटर स्टेट ट्रांसमिशन सिस्टम (आईएसटीएस) शुल्क की छूट 30 जून, 2025 तक शुरू होने वाली सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाओं की अंतर-राज्य बिक्री पर लागू होती है।
वर्ष 2029-30 के लिए नवीकरणीय खरीद दायित्व (RPO) के लिए एक trajectory घोषित किया गया है। सरकार ने आदेश जारी किए हैं कि नवीकरणीय ऊर्जा (renewable energy) उत्पादकों को वितरण लाइसेंसधारियों द्वारा समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए लेटर ऑफ क्रेडिट (LC) या अग्रिम भुगतान के आधार पर बिजली भेजी जाएगी। एक्सचेंजों के माध्यम से नवीकरणीय ऊर्जा बिजली की बिक्री की सुविधा के लिए ग्रीन टर्म अहेड मार्केट (जीटीएएम) लॉन्च किया गया है।
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