नई दिल्ली: इंस्टाग्राम ने अभी हाल में ही अयोध्या के प्रभाकर मौर्य द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर बनाकर उनकी पूजा करने संबंधी @cringearchivist (क्रिंज आर्किविस्ट) पेज द्वारा की गई एक मज़ाकिया पोस्ट को हटा दिया। यह कहते हुए कि यह पोस्ट नग्नता और यौन गतिविधि (nudity and sexual content) संबंधी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करती है। मजे की बात यह कि इस पोस्ट में आदित्यनाथ की प्रतिमा के साथ-साथ प्रभाकर भी पूरे कपड़ों में थे और किसी भी तरह की सेक्सुअल गतिविधि नहीं दिखाई गई थी। तब @cringearchivist नाम का एक पेज चलाने वाले और खुद को ‘सुपरह्यूमंस, आर्काइव ऑफ क्रिंजेटोपिया’ कहने वाले समूह को लगा था कि इंस्टाग्राम के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI-run oversight mechanism) से चलने वाले ओवरसाइट मैकेनिज्म से कोई चूक हुई है, जिसके कारण पोस्ट को ‘न्यूडिटी’ का हवाला देकर हटाया गया।
वैसे पोस्ट हटाए जाने के कई दिनों बाद मेटा से जुड़े एक भरोसेमंद सूत्र ने बताया है कि यह एल्गोरिदम से हुई कोई भूल (algorithmic glitch) नहीं थी। इसे साझा करने के कुछ ही देर बाद इसलिए हटा दिया गया था, क्योंकि इसे लेकर इंस्टाग्राम यूजर @amitmalviya ने शिकायत की थी। यह हैंडल भाजपा की चर्चित आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय का है।
बता दें कि इंस्टाग्राम की इंटरनल रिपोर्ट के मुताबिक, रिपोर्ट की गई पोस्ट को कंपनी के मॉडरेटर द्वारा बिना देखे-जांचे, सिर्फ इसके बारे में शिकायत करने वाले व्यक्ति (मालवीय) की पहचान के आधार पर फौरन हटा दिया गया। असल में ऐसा सिर्फ इस पोस्ट के साथ ही नहीं हुआ है। मालवीय जिस भी पोस्ट की शिकायत करते हैं, उनके साथ यही कार्रवाई की जाती है। मेटा के सूत्र ने बताया की अकेले सितंबर में मालवीय ने 705 पोस्ट के बारे में रिपोर्ट किया, जिन्हें प्लेटफार्म द्वारा हटा दिया गया।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों में इंस्टाग्राम द्वारा @cringearchivist की सात पोस्ट हटाई गई हैं। पेज एडमिन ने बताया कि इसके चलते उन्हें अपने इस व्यंग्य वाले एकाउंट को ‘प्राइवेट’ (जहां केवल फॉलोवर्स ही इसके पोस्ट देख सकेंगे) करना पड़ा। ऐसा करने से उनकी ग्रोथ और पहुंच कम हो गई है। अब नए फॉलोवर्स को पेज पर पोस्ट की गई सामग्री को देखने से पहले एक फॉर्म भरना होता है।।
जानकारी के अनुसार, @cringearchivist पेज से हटाए गए अन्य पोस्ट भी मालवीय ने ही रिपोर्ट किए थे। जहां दो पोस्ट्स- आदित्यनाथ के मंदिर वाली और एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर की उन्हें मिले अभद्र मैसेज वाली पोस्ट को ‘यौन सामग्री’ बताते हुए रिपोर्ट किया गया था। वहीं बाकी को ‘बेहद हिंसा’ का हवाला देते हुए हटाया गया था, जबकि उनमें किसी तरह की हिंसा नहीं दिखाई गई थी।
ऐसे में जिस तरह इंस्टाग्राम इस अकाउंट की पोस्ट हटा रहा है, इसके एडमिनों को चिंता है कि कहीं उनका अकाउंट ही डिलीट न कर दिया जाए
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