मुंद्रा पोर्ट जब्ती में एनआईए ने कहाः लश्कर को पैसे कमाने के लिए भेजी गई थी अफगानी हेरोइन

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मुंद्रा पोर्ट जब्ती में एनआईए ने कहाः लश्कर को पैसे कमाने के लिए भेजी गई थी अफगानी हेरोइन

| Updated: February 21, 2023 13:10

गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर पिछले वर्ष सितंबर में करीब तीन हजार किलोग्राम जब्त हेरोइन के मामले में एनआईए ने एक और सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस तीसरी चार्जशीट में छह अफगान नागरिकों, सात फर्मों सहित 22 को नामजद आरोपी बनाया है।

सोमवार को दाखिल नई चार्जशीट में एनआईए ने कहा है कि इस मामले में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ((LeT) ) की भूमिका भी रही है। दरअसल हेरोइन की बिक्री से मिलने वाला धन भारत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल हो रहा था। गौरतलब है कि एनआईए ने इस मामले में 14 मार्च, 2022 को 16 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। इसके बाद 29 अगस्त को नौ अन्य के खिलाफ पहली सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर हुई थी।

मुंद्रा पोर्ट से 2988 किलोग्राम से अधिक हेरोइन जब्ती 13 सितंबर 2021 को हुई थी। यह खेप ईरान में बंदर अब्बास के जरिए अफगानिस्तान और फिर भारत में भेजी गई थी। एनआईए की जांच में पता चला कि हेरोइन की अवैध खेप को अफगानिस्तान से भारत लाने के लिए संगठित आपराधिक साजिश रची गई।

सोमवार को 22 आरोपियों के खिलाफ दायर सप्लीमेंट्री चार्जशीट में एनआईए ने व्हाइट क्लब (पहले प्लेबॉय के नाम से जाना जाता था), जज़्बा और आरएसवीपी सहित दिल्ली में लोकप्रिय नाइट क्लबों के मालिक हरप्रीत सिंह उर्फ कबीर तलवार को मुख्य आरोपी बनाया है। जांच एजेंसी के मुताबिक, तलवार ने कई मौकों पर दुबई का दौरा किया। साथ ही व्यावसायिक मात्रा में भारत में हेरोइन की तस्करी करने के लिए समुद्री मार्ग का फायदा उठाने की कोशिश की। कबीर तलवार को बीते साल अगस्त में गिरफ्तार किया गया था। वह भारत में अफगान हेरोइन की तस्करी के लिए कमर्शियल ट्रेड रूट का गलत इस्तेमाल करने के लिए दुबई गया था। एनआईए ने कहा कि वह नई दिल्ली में कई कारोबार में शामिल है। जैसे कि क्लब, खुदरा शोरूम और आयात कंपनियां।

तलवार ने ये कंपनियां अपने कर्मचारियों, दोस्तों और रिश्तेदारों के नाम पर खोलीं। हालांकि इन्हें वह अकेले चलाया करता है। इन कंपनियों का इस्तेमाल मादक पदार्थों और प्रतिबंधित चीजों का आयात करने के लिए हुआ। 

इस तरह की एक दर्जन से अधिक कंपनियों की पहचान की गई है जिनमें मेसर्स मैगेंट इंडिया शामिल है। इसका नाम चार्जशीट में भी है। अफगानिस्तान से अर्द्ध प्रसंस्करित सिलखड़ी पत्थर भारत इंपोर्ट करने की आड़ में कंपनी हेरोइन लाती थी।

सप्लीमेंट्री चार्जशीट में तलवार के अलावा राह मतुल्लाह कक्कड़, शाहीनशाह जहीर, फरीदून अमानी उर्फ जावेद अमानी, अब्दुल सलाम नूरजई, मोहम्मद हुसैन दाद और मोहम्मद हसन शाह के भी नाम हैं। ये सभी अफगानिस्तानी हैं। अन्य आरोपियों में कश्मीर के उरी का निवासी मोहम्मद इकबाल अवान (जो अभी पाक अधिकृत कश्मीर में है), दिल्ली के वित्यश कोसर उर्फ राजू दुबई और जसबीर सिंह, हरियाणा के ईश्वरिंदर सिंह, पश्चिम बंगाल के सुशांत सरकार और तमिलनाडु के मचावरम सुधाकर और राजकुमार पेरुमलम के नाम हैं।

एनआईए ने बताया है कि भारत स्थित कंपनियों आशि टेडिंग कंपनी, मेसर्स जीसस क्राइस्ट इंपेक्स, मेसर्स मैगेंट इंडिया, मेसर्स वी/के इंटरप्राइजेज और मेसर्स व्योम फैशन के नाम भी चार्जशीट में शामिल हैं। इसी तरह अफगानिस्तान की कई कंपनियों के नाम भी शामिल हैं।

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