गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर आए पीएम मोदी ने आज जीएमडीसी मैदान में पंचायत महासम्मेलन में राज्य भर के गांवों के सरपंचों के साथ-साथ पंचायतों के प्रतिनिधियों को संबोधित किया। पीएम ने अपने भाषण में सरपंचों को गांवों में और अधिक सुविधाएं पैदा करने के साथ-साथ उन्हें बेहतर बनाने के लिए छोटे लेकिन महत्वपूर्ण काम करने की सलाह भी दी। पीएम ने कहा कि अब स्थिति बदल रही है। जब घर पर कंप्यूटर पर बैठकर सारा काम हो जाता है तो लोग गांवों में रहना भी पसंद करने लगे हैं, ताकि गांव भी अपनी स्थिति सुधारें और उसका लाभ उठाएं।
मोदीजी को बाद में पता चला कि सपा क्या है
गांव में जब कोई महिला सरपंच चयन हो तो प्रशासन वह खुद ही करे ऐसी बात करते हुए मोदीजी एक पुराने किस्से को याद किया और वह उपस्थित सभी लोग हसने लगे| पीएम ने कहा कि जब वह हरियाणा में थे तो कुछ लोग अपना परिचय SP दिया था| SP का मतलब होता है सरपंच पति और यह उन्हें बाद में पता चला| पीएम ने कहा कि गुजरात में ऐसा नहीं होना चाहिए और जो महिला चुनी गयी है प्रशासन भी उसी के द्वारा होना चाहिए|
सीएम के रूप में उनके कार्यकाल का अवसर याद आया
मुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल को याद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पंचायत में शामिल हुई गांव की बहनों ने उनका समय मांगा था| वह सभी महिलाओ से मिले और उन्होंने देखा की सरपंच महिला है तो सभी सदस्य भी महिलाये ही थी और फिर उन्होंने विचार आया था की संपूर्ण ग्राम पंचायत में पुरुष सदस्यों को इस्तीफा दे देना चाहिए| 5वीं पढ़ी-लिखी सरपंच बहन ने कहा कि उसके गांव में कोई गरीब न रहे और ये जवाब प्रधानमत्री के रूप में काम करते हुए भी उन्हें याद है| पीएम ने कहा कि सभी सदस्यों के मन में यह संकल्प बनाया जाए और काम किया जाए ताकि कोई गरीब न रहे|
गावो में स्कूल अच्छे से चले, पानी की कमी न हो, हरियाली और स्वछता बढे इसके लिए कहि सारी महत्वपूर्ण बाटे PM ने सरपंच से कहि थी| उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में फैले कोरोना का भारत के गांवों में ज्यादा असर नहीं दिखा, जो ग्रामीणों की सूझबूझ का नतीजा है| पीएम ने कोरोना काल में गांवों में सामाजिक भेदभाव और क्वारंटाइन नियमों का पालन करने के तरीके की भी सराहना की।उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कोरोना के समय में भी किसान खेती की ओर नहीं लौटे और देश के खाद्यान्न भंडार को भरा रखा।
जहां देश आजादी के 75 साल के अवसर पर अमृत महोत्सव मना रहा है, वहीं हर गांव के सरपंच अपने गांव के स्कूल का जन्मदिन मनाये, अगस्त 2023 तक कम से कम 75 सुबह में भजन करे, पूरा गांव मिल कर एक अच्छी जगह पर 75 वृक्ष लगा कर एक छोटा सा गार्डन बनाये और 75 किसान मिल कर प्राकृतिक खेती करने का संकल्प लेने की PM ने अपील की|
गांव में स्कूल के लिए सब मिल कऱ सफाई के साथ काम करने का संकल्प ले
आज में आया हु और आप साब के पास से कुछ मांगूंगा तो आप सब दोगे पूछ के PM ने सरपंच की सहमति ली थी| बाद में उन्होंने बताया की गुजरात के कोने कोने से तमाम लोग यह बैठे है वो सब संकल्प करे की वह गांव के लोगो के लिए काम करेंगे| स्कूल के लिए सभी लोग मिल के काम करेंगे यह संकल्प ले| 23 अगस्त के अमृत महोत्साव में काम से काम 75 बार सुबह भजन करे और प्रतिज्ञा ले और बच्चो के साथ आजादी के समय लड़ने वाले महान लोगो की बात करे|
टीकाकरण कार्यक्रम का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा, सभी जानते हैं कि इंसानों को वैक्सीन मिलती है, लेकिन भारत सरकार ने जानवरों में फुट एंड माउथ की बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया है। उन्होंने सरपंचों से यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि इसका लाभ गांव के प्रत्येक चरवाहे तक पहुंचे| पीएम ने गांव में रहने वाले सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारियों को भी सलाह दी कि वे महीने में एक बार साथ आएं और योजना बनाएं कि उन्हें सरकार से गांव के लिए क्या मदद मिल सकती है|
आधुनिक तकनीक के बारे में जागरूकता की अपील
गांव में स्कूल अच्छे से काम करे और बच्चे पढ़े इसलिए पंचायत के सभी सभ्य हफ्ते में कोई एक दिन जिम्मेदारी ले और रोज 15 मिनिट स्कूल में देख कर आये की अध्यापक समय पर आ रहे है की नहीं, बच्चे पढ़ रहे है या नहीं, स्कूलों में सफाई है या नहीं जैसी बाते सुनिश्चित की जाये तो भी शिक्षा की गुडवत्ता बढ़ाई जा सकती है यह PM ने कहा था| पीएम ने कहा कि अगर ग्रामीण इसी तरह अपना जन्मदिन मनाने लगेंगे तो जो लोग अभी गांव में नहीं रह रहे हैं उन्हें भी वहां आने का मौका मिलेगा और वे भी गांव की मदद के लिए प्रेरित होंगे| अब जबकि फाइबर ऑप्टिक केबल गांवों तक पहुंच गई है, पीएम ने सरपंचों से भी अपील की कि वे टेलीमेडिसिन और टेली-एजुकेशन से लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए कदम उठाएं.