उत्तर प्रदेश में कानपुर के एक इत्र कारोबारी से करोड़ों रुपये नकद जब्त करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सपा पर निशाना साधा। कहा कि विपक्षी दल की यही ”उपलब्धि और हकीकत” है।
बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा, “नोटों से भरे डिब्बे जो निकले हैं, मैं सोच रहा था कि वे (समाजवादी पार्टी) इसका भी क्रेडिट लेंगे। कानपुर के लोग व्यापार और धंधे को अच्छी तरह समझते हैं। 2017 से पहले उन्होंने पूरे उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार का जो इत्र बिखेर रखा, वह सभी के सामने आ गया है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “लेकिन अब, वे मुंह बंद करके बैठे हैं। वे पूरे देश में देखे गए नोटों के पहाड़ का श्रेय लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। यह उनकी उपलब्धि और उनकी वास्तविकता है। उत्तर प्रदेश के लोग सब कुछ देख और समझ रहे हैं, इसलिए वे उनके साथ हैं जो राज्य को आगे ले जाने के लिए काम कर रहे हैं।”
पीएम मोदी मंगलवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), कानपुर के 54वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे। वहां उन्होंने छात्रें से चुनौतियों का पीछा करने का आग्रह किया और कहा कि वे भारत के स्वर्ण युग में कदम रख रहे हैं। पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल समेत अन्य लोग भी थे। प्रधानमंत्री ने शहर में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के उद्घाटन स्थल पर जाते समय कानपुर मेट्रो की शुरुआत भी देखी।
इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को अपनी पार्टी और कानपुर के इत्र व्यापारी पीयूष जैन के बीच किसी भी संबंध से स्पष्ट रूप से इनकार किया। मजाक में कहा कि भाजपा ने “गलती से” अपने ही व्यवसायी पर छापा मारा। उन्होंने यह भी कहा कि व्यवसायी के फोन के सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) से कई भाजपा नेताओं के नाम सामने आएंगे, जो उनके संपर्क में थे। उन्होंने कहा, ‘गलती से बीजेपी ने अपने ही कारोबारी के यहां छापेमारी करा दी। सपा नेता पुष्पराज जैन के बजाय पीयूष जैन के यहां छापेमारी हो गई। ” वह “समाजवादी रथ यात्रा” आरंभ करने से पहले पत्रकारों से बात कर रहे थे।