D_GetFile

महाराष्ट्र के नए बॉस बने शिंदे , देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री

| Updated: June 30, 2022 9:22 pm

  • पहले फडणवीस ने सरकार में शामिल होने से मना किया , बाद में अमित शाह , जेपी नड्डा के कहने पर हुए शामिल
  • ऑपरेशन महाराष्ट्र का एक अध्याय पूरा , हिंदुत्व के नाम पर बनी सरकार

महाराष्‍ट्र के राजनीत‍ि संकट के बीच श‍िवसेना के बागी व‍िधायक एकनाथ श‍िंदे ने महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ली। वहीं बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्‍ट्र के उप मुख्‍यमंत्री के रूप में शपथ ली। एकनाथ श‍िंदे ने दिवंगत शिवसेना नेताओं बाल ठाकरे और आनंद दिघे को श्रद्धांजलि देकर शपथ लेने की शुरुआत की। उनके समर्थकों ने शिंदे और फडणवीस के शपथ ग्रहण खत्म होने के बाद नारेबाजी की। वहीं राजभवन में ‘भारत माता जय, फडणवीस तुम आगे बढ़ो हम तुम्‍हारे साथ हैं’ के नारे लगाए गए।

राजभवन में गुरुवार शाम 7:30 बजे शपथ ग्रहण समारोह आयोज‍ित क‍िया गया। इस दौरान महाराष्‍ट्र के राज्‍यपाल भगत स‍िंह कोश्‍यारी ने एकनाथ श‍िंदे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ द‍िलाई। इसके बाद बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस को महाराष्‍ट्र के उप मुख्‍यमंत्री के रूप में शपथ द‍िलाई। वहीं बाद में दोनों पक्षों के विधायकों को समायोजित करने के लिए मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।

इससे पहले गुरुवार को बीजेपी के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि फडणवीस शिंदे के नेतृत्व में नए महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का हिस्सा होंगे, फडणवीस ने घोषणा की कि वह सरकार में नहीं होंगे।

बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार दोपहर में शिंदे के साथ राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करने के बाद चौंकाने वाली घोषणा की थी।

महाराष्ट्र में गुरुवार की शाम जैसे ही एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा की गई, शिवसेना के बागी विधायकों में खुशी छा गई। शिवसेना के बागी विधायक गुवाहाटी से आने के बाद अभी भी गोवा में डेरा डाले हुए हैं और सीएम के तौर पर जैसे ही उनके नेता एकनाथ शिंदे के नाम की घोषणा हुई, उन्हें पणजी में ताज रिजॉर्ट और कन्वेंशन सेंटर में नृत्य करते देखा गया। शिंदे गुरुवार को गोवा से मुंबई के लिए रवाना हुए थे। हालांकि, उनके समूहों के सदस्य अभी भी गोवा में हैं। उन्होंने नारेबाजी की और कहा कि वे होटल में डांस करते हुए एकनाथ शिंदे का समर्थन कर रहे हैं।

पांच साल बीत जाने के बाद भी तकनीकी खामियों से जूझ रहा जीएसटी विभाग

Your email address will not be published. Required fields are marked *