अहमदाबादः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों का मानना है कि उनकी विचारधारा तब तक अधूरी है, जब तक वे गुजरात को नहीं दे लेते। उन्होंने गुजरात के लोगों को राज्य में निराशा फैलाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सावधान रहने को कहा।
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को जूनागढ़, गिर सोमनाथ और पोरबंदर जिलों में 4,155 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट की शुरुआत करने के बाद (launching projects) जूनागढ़ में एक सभा में बोल रहे थे। मोदी ने कहा कि भले ही गुजरात देश भर के लोगों को रोजगार दे रहा है, लेकिन कुछ राजनीतिक दल राज्य को “गाली देने” और “बदनाम” करने में लगे हैं। उन्होंने पूछा “क्या गुजरात को चेतावनी नहीं देनी चाहिए? … गुजराती कड़ी मेहनत करते हैं और पूरे देश के लोगों को रोजगार देते हैं। क्या इस तरह से गुजरात को बदनाम किया जा सकता है?… यह भूमि गुजरात और गुजरातियों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी।”
उन राजनीतिक दलों पर, जो केवल गुजरात में कमी निकालते हैं, मोदी ने कहा- “आप उनकी विकृति (perversion) पर ध्यान दें। पिछले दो दशकों से जो केवल खामियां ढूंढते हैं और विकृत मानसिकता वाले… गुजरात में कुछ अच्छा होता है तो… वे गुजरात का अपमान (insult) करने के लिए हर तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं।”
मोदी ने कहा कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा सरकार “20 साल के सुशासन” (good governance) को बता रही है। भले ही भाजपा पिछले 27 वर्षों से राज्य पर शासन कर रही है। मोदी 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने और 2014 तक इस पद पर रहे जब वे पीएम चुने गए।
मोदी ने कहा कि न केवल गुजरात या गुजराती, बल्कि किसी का भी अपमान देश में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “बंगालियों का अपमान नहीं किया जाना चाहिए और न ही तमिलों या केरल के किसी व्यक्ति का। इस देश के प्रत्येक नागरिक की कड़ी मेहनत, उपलब्धियां (achievements), कारनामे हम सभी के लिए गर्व की बात होनी चाहिए।”
राज्य में जोरदार तरीके से प्रचार कर रही आम आदमी पार्टी (AAP) का आरोप है कि 27 साल के शासन के दौरान केवल भाजपा नेता, उनके परिवार और उनके सहयोगी ही अमीर बने हैं। राज्य के बाकी लोग अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने 6,681 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं (projects) को शुरू करने के बाद राजकोट में भी एक सभा की। वहां मोदी ने 1970 के दशक में “गरीबी हटाओ” और “रोटी-कपड़ा” के कांग्रेस के नारे का उल्लेख किया और दावा किया कि ऐसे नारे देने वालों ने वास्तव में गरीबों के लिए कुछ नहीं किया।
पीएम ने कहा कि जब से उन्होंने 2014 में पीएम का पद संभाला है, सरकार ने गरीबों के लिए तीन करोड़ घर बनाए हैं। इनमें से आठ लाख अकेले गुजरात में हैं, जिनमें से सात लाख लाभार्थियों को दिए गए हैं। उन्होंने कहा, “ये लोग राजनीति में आए और अपने लिए महल बनाए, लेकिन झोपड़ियों में रहने वाले गरीबों के बारे में नहीं सोचा। मैंने झोपड़ियों (huts) में रहने वाले गरीबों को पक्के मकान दिलाने का अभियान चलाया है।
मोदी ने जूनागढ़ में कहा, “एक समय था जब विधायक मुख्यमंत्री को ज्ञापन (memorandum) सौंपते थे… एक समय था जब लोगों को हैंडपंप के लिए गुहार लगानी पड़ती थी। लेकिन आपका बेटा आज नल के जरिए हर घर में पानी पहुंचा रहा है ।” राजकोट में उन्होंने बताया कि कैसे 2001 में शहर से अपने पहले विधानसभा चुनाव में उनकी जीत ने उनके राजनीतिक भविष्य को तय किया।
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