गांधीनगर के सेक्टर-23 स्थित चर्च में उस समय तनाव बढ़ गया जब बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को धर्मांतरण की सूचना दी .
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि महाराष्ट्र के 40 आदिवासियों को बुलाकर धर्मांतरण कराया जा रहा था ।चर्च प्रशासन का कहना है कि उनके केवल प्रार्थना के लिए बुलाया गया था।
पुलिस ने पहुंचकर कार्यक्रम को रोक दिया और मौजूद लोगो से पूछतांछ कर रही है ।
मिली जानकारी के मुताबिक हिंदू संगठन को सूचना मिली थी कि महाराष्ट्र के 40 से अधिक लोग सेक्टर 6 क्षेत्र स्थित चर्च में हिंदू परिवार को ईसाई बनाने आए थे।
बजरंग दल के कार्यकर्ता चर्च में पहुंच गए जिससे हंगामा मच गया ,बजरंग दल के लोगों ने पुलिस को सुचना दी। संवेदनशील मसला होने के कारण तत्काल पुलिस काफिला मौके पर पहुंचकर संबंधित पक्षों से बात की ,लेकिन चर्च प्रबंधन द्वारा दिया गया बयान पुलिस के गले नहीं उतरा इसलिए पुलिस ने कार्यक्रम रोक दिया।
भजन-कीर्तन के लिए लोगों को बुलाया -क्रिश्चियन
चर्च की तरफ से आर. जॉय क्रिश्चियन ने पूछताछ के दौरान कहा कि उन्होंने भजन कीर्तन के लिए बुलाया था. उधर, स्थानीय लोगों ने बयान दिया कि कार्रवाई सिर्फ धर्म परिवर्तन के लिए की जा रही है.
पुलिस ने सभी लोगों से पूछताछ की। मामले की जानकारी एक हिंदू संगठन ने थाने को दी। जिसमें पुलिस ने सूचना के संबंध में जांच की।
बजरंग दल के शक्तिसिंह जाला और वनराजसिंह चावड़ा ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों के बच्चों को पढ़ाई और अन्य प्रलोभन देकर धर्मांतरित करने की प्रथा के बारे में मिशनरी को बताया गया था.
हिंदू परिवार को ईसाई बनाने की प्रथा का हिंदू समाज विरोध किया है । हमने देखा है कि इसमें गांधीनगर का कोई व्यक्ति शामिल है।शक्तिसिंह जाला ने कहा कि ऐसे तत्वों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।
गौरतलब है कि पूर्व में भी डांग जिले में धर्मांतरण की घटनाएं हुई थीं, जिससे भारी बवाल हुआ था. कुछ महीने पहले डांग में बड़ी संख्या में लोगों का इस्लाम में धर्मांतरण कराया गया था, जिससे हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया था।
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