उत्तर प्रदेश : सपा के पूर्व मंत्री के बेटे पर दलित युवती के अपहरण का आरोप, तीन महीने बाद आश्रम के पास मिला शव

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उत्तर प्रदेश : सपा के पूर्व मंत्री के बेटे पर दलित युवती के अपहरण का आरोप, तीन महीने बाद आश्रम के पास मिला शव

| Updated: February 11, 2022 17:37

जिले के कब्बा खेड़ा क्षेत्र में पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री फतेह बहादुर सिंह के आश्रम के पास खाली जमीन पर स्थित एक सेप्टिक टैंक में पिछले दो माह से लापता दलित युवती का शव गुरुवार को बरामद किया गया जिसे शायद हाल ही में दफनाया गया था।

लड़की की मां ने अपनी शिकायत में समाजवादी पार्टी के दिवंगत पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह पर अपहरण और हत्या का आरोप लगाया था। परिवार ने बताया कि इस संबंध में पुलिस ने शुरुआत में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की थी।

क्या है पूरा मामला? 

उन्नाव की 22 वर्षीय दलित युवती 8 दिसंबर 2021 को रहस्यमय परिस्थिति में लापता हुई थी। युवती की मां ने पूर्व मंत्री दिवंगत फतेहबहादुर सिंह के बेटे कल्याणी देवी निवासी अरुण कुमार उर्फ राजोल सिंह पर बेटी को अगवा करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। लेकिन, उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद 10 जनवरी को राजोल सिंह के खिलाफ युवती को अगवा करने (अपाहरण करने) की रिपोर्ट दर्ज की गई।

पुलिस की उदासीनता पर मां ने की खुदकुशी की कोशिश

आरोपी के खिलाफ पुलिस की ओर से कोई हरकत न होते देख लापता युवती की मां ने 24 जनवरी को लखनऊ में पूर्व सीएम अखिलेश यादव के काफिले के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था। मामले के तूल पकड़ते ही पुलिस ने आरोपी राजोल को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

काल डिटेल की जांच पड़ताल में युवती व राजोल सिंह में नजदीकी की पुष्टि होने पर स्वाट टीम ने जांच शुरू की। पुलिस की दो टीमें लापता युवती की तलाश कर रही थीं। सर्विलांस के जरिए स्वाट टीम प्रभारी गौरव कुमार ने आरोपी राजोल सिंह के दोस्त मूलत: हरदोई के नयागांव मुबारकपुर व मौजूदा समय में खजुरिहा बाग नई बस्ती निवासी सूरज सिंह से पूछताछ की तो उसने राजोल के साथ मिलकर युवती की हत्या कर शव पूर्व मंत्री के कब्बाखेड़ा स्थित दिव्यानंद आश्रम के पीछे प्लाट में खुदे टैंक के गड्ढे में दबाए जाने की जानकारी दी। 

पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि, ‘घटना वाले दिन राजोल ने महिला को आश्रम बुलाया था। वहां उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने शव को कंबल में लपेट कर सेप्टिक टैंक में दफना दिया। एएसपी ने कहा कि मामले में हत्या समेत कई धाराओं को बढ़ाया जाएगा।

“शव को अब मोर्चरी में रखा गया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। लड़की की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी,” एएसपी ने आगे कहा।

मीडिया के हवाले से एसपी शशि शेखर सिंह ने बताया था कि, “शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम होगा। जो भी रिपोर्ट सामने आएगी उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”

मां के आरोप

मां ने आरोप लगाया है कि, सीओ और इंस्पेक्टर, दोनों को पता था कि मेरी बेटी कहाँ है। इसके बावजूद पुलिस ने युवती को मरने दिया।

मृतिका की माँ ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि, “मैं उन्हें आश्रम ले गयी, लेकिन उन्होंने मुझे यहां नहीं आने दिया। उल्टे कहा कि तुम्हारी बेटी बालिग है, किसी के साथ भाग गई होगी।”

“मेरी लड़की उनके घर में बंद थी। हमने दरोगा जी (प्रेम नारायण दीक्षित) को फोन किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया और फोन स्विच ऑफ कर लिया। अगर दरोगा जी हमारे साथ आ जाते तो हमारी बेटी जिंदा होती।” युवती की मां ने एक वीडिओ बयान में कहा।

मां ने कहा कि, “राजोल सिंह ने मेरी बेटी को आश्रम में मार के गाड़ दिया। पहले हम दरोगा प्रेम नारायण दीक्षित को लेकर यहां आए थे, पूरा आश्रम खोल कर दिखाया गया, लेकिन एक कोठी दो तीन मंजिल की बनी थी उसे नहीं दिखाया।”

घटना से जुड़ी अन्य बातें

पत्रकार मिथिलेश धर द्विवेदी ने घटना से जुटी कई वीडिओ क्लिप्स ट्वीट करते हुए जानकारी साझा की कि, “राजोल सिंह युवती को पसंद करता था। लेकिन वह उम्र में काफी बड़ा था। उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर लड़की को मारकर अपने पिता के बनवाये आश्रम में उसे दफना दिया। वह सपा में नहीं था, लेकिन पिता की रसूख का फायदा उठाता था। पुलिस ने मां को एसपी से मिलने तक नहीं दिया।”

आरोपों के घेरे में सपा

उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री, केशव प्रसाद मौर्य ने इस मामले पर समाजवादी पार्टी पर सवाल खड़े किए हैं, उन्होंने लिखा, “श्री अखिलेश यादव जी सपा नेता के खेत में दलित बेटी का शव बरामद। जब बेटी की माँ आपकी गाड़ी के सामने गिड़गिड़ा रही थी तो उनकी बात नहीं सुनना और सपा नेता का संरक्षण करोगे! नई सपा में सपाइयों का हर घिनौना अपराध माफ करोगे! जाँचकर दोषी को दंड पीड़ित को न्याय दिलाने में कसर नहीं छोड़ेंगे!”

बसपा सुप्रीमो मायावती ने लिखा कि, “उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव बरामद होना अति-दुःखद व गंभीर मामला। परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक कर रहे थे। राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे।”

प्रदेश की बीजेपी शासित योगी सरकार पर भी सवाल 

सूरज कुमार बौद्ध इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए लिखते हैं कि, “दरिंदों पर सपा का संरक्षण तो है ही, लेकिन ढाई महीने से सरकार क्या कर रही थी? राजोल सिंह की जाति की वजह से योगी सरकार उसे बचाती रही। सपा और भाजपा जातिवादी पार्टियां हैं। दोनों की मिलीभगत ने एक SC बेटी की बर्बर हत्या कर दी।”

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