कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) की संसदीय सदस्यता बहाल होने के बाद पहली बार उन्होंने बुद्धवार को लोकसभा में भाषण दिया। लोकसभा के सभापति ओम बिरला के समक्ष अपने उद्बोधन में उन्होंने शुरुआत करते हुए कहा कि, “मैं दिमाग से नहीं दिल से बोलूँगा।”
हालांकि लंबे समय से संसदीय सदस्यता डिस्क्वालीफाई होने के बाद विपक्षी नेता के रूप में राहुल गांधी के पास कहने के लिए देश से जुड़े तमाम मुद्दे — मणिपुर, हरियाणा, सरकारी नीतियाँ आदि थीं। लेकिन उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत अपने महत्वाकांक्षी रणनीतिक योजना ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से की। उन्होंने कहा हमने पिछले साल 130 दिन के लिए भारत के एक कोने से दूसरे कोने तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू की थी। यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है। यात्रा के दौरान मेरे घुटनों में दर्द था, लेकिन लाखों लोगों के उत्साह ने मुझे चलने की शक्ति दी.
अपने भाषण में उन्होंने किसानों के मुद्दों पर भी बात की। उन्होंने कहा, “भारत जोड़ो यात्रा में मुझसे किसान मिले, उन्होंने कहा मुझे फसल बीमा का पैसा नहीं मिला, देश के बड़े उद्योगपतियों ने मेरा पैसा छीन लिया।”
कांग्रेस नेता भारत जोड़ो यात्रा के साथ अपने अनुभवों और यात्रा के दौरान उनसे मिले लोगों के बारे में बात करते हुए मणिपुर के मुद्दे पर आ गए। उन्होंने कहा, “यह देश एक आवाज है, इसमें लोगों की पीड़ाएं हैं, लेकिन इस पीड़ा को प्रधनमंत्री नहीं सुन रहें हैं। नरेंद्र मोदी सिर्फ दो लोगों — अमित शाह और अडानी की सुनते हैं.”
राहुल गांधी के इस उद्बोधन के बाद संसद के विपक्ष में बैठे लोगों ने खूब हंगामा किया।
राहुल गांधी ने हाल में अपने मणिपुर की यात्रा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “कुछ दिन पहले मैं मणिपुर गया, लेकिन प्रधानमंत्री जी आज तक नहीं गए. वह मणिपुर के दो भाग कर दिए हैं. मैंने मणिपुर के रिलीफ कैम्प में जाकर वहां के लोगों से बात की जो प्रधानमत्री जी ने तक बात नहीं की.”
राहुल गाँधी ने मणिपुर में लोगों के बीच महसूस किये दर्द की भी सदन में चर्चा की. सदन में कांग्रेस नेता ने जोर देते हुए कहा, “उन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है. आपने मणिपुर में भारत माता की हत्या की, आप देशद्रोही हो, आप देशभक्त नहीं हो. एक मेरी मां यहाँ बैठीं हैं दूसरी मां की अपने हत्या मणिपुर में की है।”
राहुल ने आगे कहा, “आपने पूरे देश में कैरोसीन फेंकी हैं. अपने पहले मणिपुर में कैरोसिन फेंकीं, अब हरियाणा में कैरोसिन फेंकी है. आप पूरा देश जलाने चाहते हो.”
राहुल गांधी का उद्बोधन सदन में हंगामें के बीच समाप्त हुआ, जिसके बाद केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपना भाषण शुरू करते हुए राहुल गांधी पर पलटवार किया। केन्द्रीय मंत्री ने कहा, “मणिपुर हमारे देश का अभिन्न अंग है। यह कभी न अलग था, न है, न रहेगा।”
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एनडीए सरकार के खिलाफ विश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर कहा कि पहली बार किसी संसद सदस्य ने ‘भारत माता की मौत’ की बात कही और उनके गठबंधन के सदस्यों ने तालियां बजाईं। जैसा कि राहुल गांधी ने कहा कि उनकी ‘मां’ को मणिपुर में मार दिया गया है और एनडीए सरकार ने मणिपुर को विभाजित कर दिया है, स्मृति ईरानी ने कहा, “आप भारत नहीं हैं क्योंकि भारत भ्रष्ट नहीं है। भारत वंशवाद में नहीं योग्यता में विश्वास करता है और आज आप जैसे लोगों को यह याद रखने की ज़रूरत है कि अंग्रेजों से क्या कहा गया था – भारत छोड़ो। भ्रष्टाचार भारत छोड़ो, वंशवाद भारत छोड़ो। मेरिट को अब भारत में जगह मिलेगी…।”
स्मृति ईरानी ने 1984 के दंगों, आपातकाल और गिरिजा टिक्कू की हत्या का जिक्र करते हुए कहा, ”यह खून से सने कांग्रेस का इतिहास है.”
“कश्मीर में गिरिजा टिक्कू नाम की एक कश्मीरी पंडित के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। जब इसे एक फिल्म में दिखाया गया तो कुछ कांग्रेसी नेताओं ने इसे प्रोपेगेंडा बताया. वही पार्टी नेता आज मणिपुर के बारे में बात कर रही है,” ईरानी ने कहा।
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