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अडानी पोर्ट्स ने ऑस्ट्रेलिया के NQXT टर्मिनल का किया अधिग्रहण, वैश्विक विस्तार की दिशा में बड़ा कदम

| Updated: April 18, 2025 10:37

2030 तक 1 अरब टन वार्षिक कार्गो हैंडलिंग लक्ष्य की ओर एपीएसईजेड की तेज़ी

अहमदाबाद: भारत की सबसे बड़ी एकीकृत परिवहन उपयोगिता कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (APSEZ) ने ऑस्ट्रेलिया के नॉर्थ क्वींसलैंड एक्सपोर्ट टर्मिनल (NQXT) का अधिग्रहण किया है। यह अधिग्रहण कंपनी की उस महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है जिसके तहत वह 2030 तक हर साल 1 अरब टन माल हैंडल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।

इस सौदे के तहत एपीएसईजेड ने सिंगापुर स्थित एबॉट प्वाइंट पोर्ट होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (APPH) का 100% स्वामित्व प्राप्त किया है, जो कि कार्माइकल रेल एंड पोर्ट सिंगापुर होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड से खरीदा गया है। यह सौदा नकद रहित (non-cash) है, जिसमें एपीएसईजेड 14.38 करोड़ शेयर ‘प्रीफरेंशियल अलॉटमेंट’ के ज़रिए जारी करेगा। इससे प्रमोटर समूह की हिस्सेदारी में 2.13% की वृद्धि होगी।

AUD 3,975 मिलियन के एंटरप्राइज वैल्यू पर आधारित यह 50 मिलियन टन सालाना क्षमता वाला टर्मिनल ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड राज्य के एबॉट प्वाइंट पोर्ट में स्थित है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में इसने 35 मिलियन टन कार्गो हैंडल कर अब तक का सर्वाधिक प्रदर्शन किया और इसकी क्षमता 120 MTPA तक बढ़ाई जा सकती है, जो भविष्य के लिए विशेषकर ग्रीन हाइड्रोजन एक्सपोर्ट जैसे नए अवसरों को देखते हुए महत्वपूर्ण है।

अंतरराष्ट्रीय रणनीति में निर्णायक कदम: अश्विनी गुप्ता

अधिग्रहण पर प्रतिक्रिया देते हुए एपीएसईजेड के CEO और वाइस चेयरमैन अश्विनी गुप्ता ने कहा, “यह अधिग्रहण हमारी अंतरराष्ट्रीय रणनीति में मील का पत्थर है। इससे हमें नए निर्यात बाजारों में प्रवेश और दीर्घकालिक अनुबंधों की सुरक्षा मिलेगी। ईस्ट-वेस्ट ट्रेड कॉरिडोर पर रणनीतिक स्थिति के चलते, NQXT का भविष्य उज्ज्वल है। हम अगले चार वर्षों में EBITDA को AUD 400 मिलियन तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।”

आर्थिक और रणनीतिक फायदे

इस अधिग्रहण से एपीएसईजेड के कार्गो वॉल्यूम में 7.8% और EBITDA में 6.9% की वृद्धि होगी। FY25 में NQXT का अनुमानित EBITDA AUD 228 मिलियन है, और EV/EBITDA अनुपात 17x है। टर्मिनल का लीज़ 2110 तक वैध है, यानी अभी 85 वर्षों का संचालन शेष है।

NQXT फिलहाल 8 प्रमुख ग्राहकों को सेवा देता है, जिनके साथ इसके दीर्घकालिक ‘टेक ऑर पे’ अनुबंध हैं। यह टर्मिनल क्वींसलैंड की अर्थव्यवस्था में AUD 10 बिलियन का योगदान देता है और 8,000 से अधिक रोजगार का सृजन करता है।

ESG में उत्कृष्ट प्रदर्शन

NQXT का पर्यावरणीय और सुरक्षा रिकॉर्ड अत्यंत सराहनीय है। FY25 में कोई रिपोर्ट योग्य पर्यावरणीय घटना नहीं हुई, कोई जानहानि नहीं हुई, और इसका लॉस्ट टाइम इंजरी रेट केवल 1.7 रहा। कंपनी ने 2017 से अब तक स्थानीय समुदायों के लिए AUD 2.4 मिलियन खर्च किए हैं और संचालन खर्च का 50% स्थानीय व क्षेत्रीय आपूर्तिकर्ताओं के साथ हुआ है। इसके कर्मचारियों में 5% से अधिक लोग आदिवासी और टोरेस स्ट्रेट आइलैंडर समुदाय से हैं, जो ऑस्ट्रेलियाई औसत से अधिक है।

लेनदेन से जुड़े सलाहकार

इस सौदे के लिए एपीएसईजेड को कानूनी सलाह सायरिल अमरचंद मंगलदास और अशुर्स्ट से मिली। वित्तीय मूल्यांकन में जीटी वैल्यूएशन एडवाइजर्स, ग्रांट थॉर्नटन भारत एलएलपी और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स शामिल रहे। यह अधिग्रहण भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI), एपीएसईजेड के शेयरधारकों और ऑस्ट्रेलिया की विदेशी निवेश समीक्षा बोर्ड की मंज़ूरी के अधीन है और अगले दो तिमाहियों में पूरा होने की उम्मीद है।

एपीएसईजेड के बारे में

अडानी ग्रुप की यह कंपनी एक साधारण पोर्ट ऑपरेटर से विकसित होकर अब एक पूर्ण ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी बन चुकी है, जो पोर्ट गेट से लेकर ग्राहक गेट तक की एंड-टू-एंड लॉजिस्टिक्स समाधान प्रदान करती है। यह भारत की सबसे बड़ी पोर्ट कंपनी है और भारत के दोनों तटों पर इसके 15 प्रमुख पोर्ट्स और टर्मिनल्स हैं। इसके अलावा यह श्रीलंका के कोलंबो में ट्रांसशिपमेंट पोर्ट, इज़राइल के हाइफ़ा पोर्ट और तंज़ानिया के डार-एस-सलाम पोर्ट का भी संचालन करती है। कंपनी का लक्ष्य अगले दशक में विश्व की सबसे बड़ी पोर्ट्स और लॉजिस्टिक्स कंपनी बनना है।

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