अहमदाबाद — शिक्षा के क्षेत्र में समावेशिता और गुणवत्ता की मिसाल बन चुका अडानी विद्यालय मंदिर अहमदाबाद (AVMA) अब देश के सर्वोच्च स्कूलों की सूची में शुमार हो गया है। NABET स्कोर 2025 में 250 में से 232 अंक प्राप्त कर AVMA ने गरीब और वंचित वर्ग के विद्यार्थियों के लिए कार्यरत स्कूलों में शीर्ष स्थान हासिल किया है।
यह सम्मान नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (NABET) द्वारा, क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (QCI) के तहत प्रदान किया गया। इसी दौरान CBSE कक्षा 12वीं का परिणाम घोषित हुआ, जिसमें AVMA के सभी 95 छात्रों ने प्रथम श्रेणी में सफलता प्राप्त की, और विद्यालय ने 100% उत्तीर्णता दर दर्ज की। अल्विना रॉय (मानविकी) और जय बवसकर (विज्ञान) ने 97.6% अंकों के साथ टॉप किया।
2008 में स्थापित AVMA, आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन शैक्षणिक रूप से प्रतिभाशाली छात्रों को बिना किसी शुल्क के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करता है। वर्ष 2020 में AVMA देश का पहला निशुल्क स्कूल बना जिसे NABET द्वारा मान्यता प्राप्त हुई थी।
अडानी फाउंडेशन के एक प्रवक्ता ने कहा, “यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि आर्थिक सीमाएं कभी भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में बाधा नहीं बननी चाहिए। हमारे छात्र यह दिखा रहे हैं कि सही अवसर और मार्गदर्शन से असंभव भी संभव हो सकता है।”
फरवरी 2025 में AVMA को ‘स्कूल फॉर अंडरप्रिविलेज्ड/राइट टू एजुकेशन (RTE) इम्प्लीमेंटेशन’ श्रेणी में राष्ट्रीय विजेता घोषित किया गया था, और इसे केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार द्वारा समग्र शिक्षा पुरस्कार से नवाज़ा गया।
विद्यालय संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को अपने पाठ्यक्रम में समाहित करता है और UNICEF, गुजरात साइंस सेंटर व नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन (सिंगापुर) जैसे संस्थानों के साथ मिलकर भारतीय संदर्भ में STEM (विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित) आधारित पाठ्यक्रम विकसित कर रहा है।
AVMA को मिले अन्य अंतरराष्ट्रीय सम्मान में कॉर्नेल यूनिवर्सिटी (न्यूयॉर्क, USA) में प्रदान किया गया इंटरनेशनल ग्रीन स्कूल अवॉर्ड और रैंडम एक्ट्स ऑफ काइंडनेस संस्था द्वारा मिला ‘काइंडनेस स्कूल’ सर्टिफिकेशन शामिल हैं। ये पुरस्कार विद्यालय की पर्यावरणीय जागरूकता और करुणा पर आधारित शिक्षा प्रणाली को दर्शाते हैं।
अडानी विद्यालय मंदिर नेटवर्क के तहत देश भर में चार परिसरों — अहमदाबाद और भद्रेश्वर (गुजरात), सरगुजा (छत्तीसगढ़) और कृष्णापटनम (आंध्र प्रदेश) — के माध्यम से 3,000 से अधिक छात्रों को शिक्षा प्रदान की जा रही है।
AVMA, गुणवत्तापूर्ण, समावेशी और मूल्य-आधारित शिक्षा का उदाहरण बनकर, देश के वंचित छात्रों के भविष्य को साकार करने की दिशा में लगातार अग्रसर है।