अहमदाबाद: कालूपुर रेलवे स्टेशन को है बढ़िया सुरक्षा उपायों का इंतजार

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अहमदाबाद: कालूपुर रेलवे स्टेशन को है बढ़िया सुरक्षा उपायों का इंतजार

| Updated: January 18, 2023 12:03

रेल मंत्रालय ने गुजरात के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन पर चेहरे की पहचान करने वाले सॉफ्टवेयर के साथ एआई-सक्षम (AI-enabled), आईपी-आधारित सीसीटीवी सिस्टम (IP-based CCTV system) लगाने का वादा किया था। लेकिन आरपीएफ एक साल बाद भी अनेक कैमरे, दरवाजे के लिए मेटल डिटेक्टरों और एक अंडर-व्हीकल निरीक्षण प्रणाली की प्रतीक्षा कर रहा है।

ऐसे में यदि आप स्टेशन जा रहे हैं, तो अपनी सुरक्षा के लिए खुद जिम्मेदार हैं। क्योंकि कालूपुर रेलवे स्टेशन के लिए एक साल पहले एयरपोर्ट जैसी सुरक्षा का जो वादा किया गया था, वह अब भी बाकी है। इस सप्ताह की शुरुआत में गुजरात के 10 रेलवे स्टेशनों पर आईपी आधारित वीएसएस लगाने का काम पूरा करके रेलवे को बहुत गर्व हुआ है। हालांकि, अहमदाबाद उनमें शामिल नहीं है, क्योंकि यहां काम अभी भी “प्रगति पर” है।

इसके अलावा रेल मंत्रालय ने चेहरे की पहचान  वाले सॉफ्टवेयर के साथ स्टेशन को इंटरनेट प्रोटोकॉल-आधारित सीसीटीवी कैमरों से लैस करने की घोषणा की थी। हालांकि, स्टेशन के 12-प्लेटफार्मों पर बमुश्किल आधे सीसीटीवी कैमरे ही लगाए गए हैं।

एक रिपोर्ट से पता चला कि स्टेशन की चारदीवारी में कई दरारें हैं। आरपीएफ के साथ पांच डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टरों में से एक भी नहीं लगाया गया है।  आरपीएफ के पास अभी भी स्टेशन पर आने वाले वाहनों और पार्किंग के अंडरकारेज (undercarriages) का निरीक्षण करने के लिए अंडर-व्हीकल इंस्पेक्शन सिस्टम नहीं है। इतना ही नहीं,  सामान की जांच करने वाले एक्स-रे मशीन के पुर्जे तक नहीं दिए हैं।

इस बात को जानने वालों ने दावा किया कि लालफीताशाही के कारण रेलवे स्टेशन को “ऐतिहासिक रूप” देने के लिए मरम्मत जैसे कामों में बाधाएं डालकर प्रोजेक्ट की प्रगति को रोक दिया गया है।

माना जाता है कि सुरक्षा का मामला गुजरात के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन अहमदाबाद पर निर्भर है। प्रत्येक दिन लगभग 1.3 लाख यात्रियों वाले स्टेशन को कई बार बम से उड़ाने की धमकी और आतंकवादी खतरे को लेकर अलर्ट प्राप्त हुए हैं।

9 जनवरी, 2019 की एक रिपोर्ट के अनुसार, अहमदाबाद को एकीकृत सुरक्षा प्रणाली (ISS) के चरण- I में भाग लेने के लिए 202 भारतीय रेलवे स्टेशनों में से एक के रूप में चुना गया था। इसके तहत रेल परिवहन प्रणालियों को हवाई अड्डों के बराबर करने की बात कही गई थी। सिस्टम को गुजरात के चार रेलवे स्टेशनों: अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और गोधरा में लगाया जाना था।

भावनगर टर्मिनस, उधना, वलसाड, वेरावल, नागदा, नवसारी, वापी, वीरगाम, राजकोट और गांधीधाम में रेलवे ने आईपी आधारित वीडियो सर्विलांस सिस्टम (वीएसएस) लगाया है। लेकिन अहमदाबाद धैर्य के साथ इंतजार ही कर रहा है।

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