अहमदाबाद: फिलांथ्रॉपिस्ट अनंत अंबानी द्वारा स्थापित वन्यजीव संरक्षण पहल वनतारा ने गुरुवार को अहमदाबाद में जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान तीन हाथियों के बेकाबू हो जाने की घटना के बाद अपनी विशेष आपातकालीन टीम तैनात की।
इस टीम में दो वाइल्डलाइफ पशु चिकित्सक, छह वरिष्ठ महावत, ग्यारह प्रशिक्षित सहायक कर्मी और पांच हाथी एम्बुलेंस शामिल थीं, जो आपातकालीन चिकित्सा और व्यवहारिक सहयोग के लिए सुसज्जित थीं।
घटना तब हुई जब रथ यात्रा के जुलूस में तेज संगीत और भीड़ के शोर से एक नर हाथी अचानक घबरा गया और आगे की ओर भाग पड़ा। इसके पीछे चल रहे दो अन्य हाथी भी घबरा गए और बेकाबू होकर दौड़ पड़े, जिससे जुलूस में कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई।
स्थानीय प्रशासन के साथ राहत और चिकित्सा सहायता
वनतारा की टीम ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर प्रभावित नर और मादा हाथियों की चिकित्सकीय जांच की, उन्हें व्यवहारिक और मनोवैज्ञानिक सहयोग प्रदान किया और सुरक्षित तरीके से उन्हें काबू में करने में मदद की।
डॉ. के. रमेश (आईएफएस), मुख्य वन संरक्षक, गुजरात ने कहा, “हालिया रथ यात्रा में हाथियों के अस्थिर व्यवहार की घटना के बाद हमने वनतारा से तत्काल सहायता मांगी। उनकी टीम ने जामनगर से तुरंत प्रतिक्रिया दी और स्थानीय प्रशासन तथा पशु संरक्षकों के साथ मिलकर बेहतर देखभाल के लिए उनके स्थानांतरण की व्यवस्था की।”
जगन्नाथ मंदिर प्रबंधन ने भी वनतारा की तत्परता और समर्पण की सराहना की।
महेन्द्र झा, ट्रस्टी, श्री जगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट कमेटी ने कहा , “वनतारा ने इन हाथियों को जरूरी चिकित्सा देखभाल और पुनर्वास दिलाने के लिए शानदार प्रतिबद्धता दिखाई।”
वनतारा: विश्व का सबसे बड़ा हाथी देखभाल केंद्र
जामनगर स्थित वनतारा विश्व का सबसे बड़ा हाथी देखभाल केंद्र है, जो 998 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें 100 एकड़ से अधिक का समृद्ध मानव निर्मित जंगल भी शामिल है। यहां सर्कस, भीख, पर्यटन और लकड़ी ढुलाई में इस्तेमाल किए गए 260 से अधिक बचाए गए हाथियों को जीवनभर के लिए नैतिक और करुणामूलक देखभाल दी जाती है।
वनतारा में विश्व का सबसे बड़ा हाथी अस्पताल भी है, जो कई अग्रणी पशु चिकित्सा नवाचारों के लिए जाना जाता है—जैसे नर हाथी में पहली मोतियाबिंद सर्जरी और हाथियों के लिए दुनिया का पहला हाइपरबेरिक ऑक्सीजन चैम्बर।
यहां हाइड्रोथैरेपी पूल, प्राकृतिक तालाब, कीचड़ स्नान, पानी के फव्वारे, रेत के टीले और जंजीर-मुक्त मस्त अवधि के बाड़े जैसे सुविधाएं मौजूद हैं, जो हाथियों के शारीरिक और मानसिक पुनर्वास को बढ़ावा देती हैं।
वनतारा के हाथी देखभाल केंद्र में 650 से अधिक प्रशिक्षित पेशेवर—पशु चिकित्सक, जीवविज्ञानी और देखभालकर्ता—हाथियों को सकारात्मक प्रोत्साहन आधारित, करुणामूलक और वैज्ञानिक देखभाल प्रदान करते हैं।
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