अहमदाबाद — अडानी समूह की दो प्रमुख सीमेंट कंपनियों — अम्बुजा सीमेंट्स और एसीसी — ने भारत की कॉरपोरेट जलवायु नेतृत्व यात्रा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। ये दोनों कंपनियां ऐसी पहली भारतीय सीमेंट निर्माता बनी हैं, जिनके नेट-ज़ीरो उत्सर्जन लक्ष्य Science Based Targets initiative (SBTi) द्वारा मान्य किए गए हैं।
यह मान्यता दोनों कंपनियों के 2030 तक के निकटकालिक और 2050 तक के दीर्घकालिक नेट-ज़ीरो लक्ष्यों को कवर करती है, जो पेरिस समझौते के 1.5 डिग्री सेल्सियस तापमान लक्ष्य के अनुरूप है। इस उपलब्धि के साथ ये कंपनियां Cemex, Heidelberg और Holcim जैसी वैश्विक सीमेंट दिग्गजों की श्रेणी में शामिल हो गई हैं, जिन्हें यह मान्यता प्राप्त है।
अडानी समूह के सीईओ – सीमेंट बिजनेस, विनोद बाहेती ने कहा, “यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। हम पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता को लेकर सजग हैं। SBTi की मान्यता यह दर्शाती है कि हम विकास और पर्यावरणीय संरक्षण को साथ लेकर चलना चाहते हैं। वैश्विक स्तर पर 9वें सबसे बड़े सीमेंट निर्माता के रूप में, यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस दिशा में नेतृत्व करें।”
SBTi का Corporate Net-Zero Standard वैश्विक स्तर पर एकमात्र वैज्ञानिक मान्यता प्राप्त ढांचा है, जो कॉरपोरेट जलवायु लक्ष्यों की पुष्टि करता है। यह मान्यता भारत की Carbon Credit Trading Scheme के तहत अनुपालन को सुगम बनाएगी और अंतरराष्ट्रीय कार्बन बाजारों में भागीदारी को संभव बनाएगी।
हरित निर्माण की दिशा में ठोस कदम
अम्बुजा सीमेंट्स और एसीसी ने हरित तकनीकों को अपनाते हुए सीमेंट उद्योग में बदलाव की अगुवाई की है। दोनों कंपनियां वैकल्पिक ईंधन और कच्चे माल (AFR), ऊर्जा दक्षता, अपशिष्ट ऊष्मा पुनः प्राप्ति प्रणाली (WHRS), और नवीनतम तकनीकों के जरिये उत्सर्जन में कटौती कर रही हैं।
अम्बुजा, IRENA द्वारा संचालित Alliance for Industry Decarbonization (AFID) में शामिल होने वाली पहली वैश्विक सीमेंट कंपनी है और World Economic Forum की Transitioning Industrial Clusters पहल की सदस्य भी है।
अडानी समूह, जो भारत की हरित ऊर्जा क्रांति में $100 बिलियन निवेश कर रहा है, के सहयोग से ये कंपनियां तेजी से नवीकरणीय ऊर्जा की ओर अग्रसर हैं। FY 2028 तक अम्बुजा सीमेंट्स अपने ऊर्जा उपयोग का 60% हरित स्रोतों से प्राप्त करने का लक्ष्य रखती है, जिसमें 1 GW सौर और पवन ऊर्जा और 376 MW WHRS शामिल हैं। इनमें से 299 MW और 186 MW की क्षमता पहले ही स्थापित की जा चुकी है।
नेट-ज़ीरो लक्ष्य को हासिल करने में ग्रीन हाइड्रोजन की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी, जिसमें अडानी समूह का निवेश बड़ी भूमिका निभाएगा।
जलवायु नेतृत्व का नया मानक
कंपनी ने एक बयान में कहा, “यह मान्यता सिर्फ एक उपलब्धि नहीं, बल्कि बदलाव के लिए एक आदेश है। अम्बुजा सीमेंट्स और एसीसी भारत में सीमेंट उद्योग के लिए नए मानक स्थापित कर रही हैं, यह दर्शाते हुए कि साहसिक जलवायु कार्रवाई संभव, आवश्यक और पहले से ही शुरू हो चुकी है।”
अडानी सीमेंट
अडानी सीमेंट, अडानी समूह का निर्माण सामग्री डिवीजन है, जिसमें दो प्रमुख ब्रांड — अम्बुजा सीमेंट्स और एसीसी लिमिटेड शामिल हैं। कंपनी की कुल स्थापित उत्पादन क्षमता 100 मिलियन टन प्रतिवर्ष से अधिक है और यह भारत के आवास और अधोसंरचना परियोजनाओं में उपयोग होने वाले लगभग 30% सीमेंट की आपूर्ति करती है। मजबूत अनुसंधान एवं विकास और स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता के साथ, अडानी सीमेंट ACC ECOMaxX जैसी हरित कंक्रीट तकनीकों और कार्बन फुटप्रिंट घटाने वाले एडिटिव्स में अग्रणी रही है।
यह भी पढ़ें- G-7 शिखर सम्मेलन में बढ़ती वैश्विक दरारें उजागर, भारत-कनाडा संबंधों में नरमी एकमात्र सकारात्मक पहलू