चुनावी वर्ष में गुजरात विधानसभा सभा के अंतिम सत्र में राज्य सरकार ने गुजरात शहरी क्षेत्र में पशु नियंत्रण विधायक वापस ले लिया।
पशु नियंत्रण विधेयक गुजरात सरकार ने उच्च न्यायालय के दखल के बाद पिछले सत्र में लाया था लेकिन पशुपालकों मुख्यत मालधारी, भरवाड़, रबारी समाज सामूहिक तौर से विरोध पर उतर आया था , गत रोज भी पशुपालक समाज ने विरोध प्रदर्शन करते हुए दुध की सप्लाई बाधित कर दी थी।
इस विधेयक के खिलाफ विपक्षी दल कांग्रेस भी थी ।
पिछले सत्र में पास हुआ उक्त विधेयक राज्यपाल की मंजूरी के लिए भेजा गया था , लेकिन राज्यपाल ने अपनी सिफारिश के साथ बिल लौटा दिया , राज्यपाल की सिफारिश के मुताबिक मालधारी समाज की आपत्तियां बिल के प्रकार और सजा को लेकर है , इसलिए बिल पर वापस विचार करना चाहिए।
सदन में राज्यपाल की पहले सिफारिश रखी गयी, जिसे सदन ने स्वीकार किया फिर राज्य सरकार ने बिल वापस लिया, जिसका विपक्ष ने भी समर्थन किया। बिल पर बहस की बजाय सीधे सहमति, असहमति के लिए मतदान हुआ।
हालांकि आवारा पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर नजर डालें तो अगस्त 2021 में 314, सितंबर में 372, अक्टूबर में 447, नवंबर में 438, दिसंबर में 375 दुर्घटना हुयी है।
जबकि जनवरी 2020 में 375, फरवरी में 359, मार्च में 392, अप्रैल में 465 मई में 444, जून में 423, और जूलाई में 457 दुर्घटना हुई है।
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