भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने बुधवार को गुजरात में पोरबंदर तट पर डूबते एक व्यापारी जहाज से चालक दल के 22 सदस्यों को बचा लिया। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।
आईसीजी के अधिकारी ने बताया कि खोज और बचाव अभियान में एक डोर्नियर विमान, दो स्वदेश निर्मित दोहरे इंजन वाले उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर और दो पोत शामिल थे। उन्होंने कहा कि चालक दल के सदस्यों को हेलीकॉप्टर और पोतों ने बचाया।
आईसीजी ने एक बयान में कहा, ‘‘सुबह लगभग आठ बजकर 20 मिनट पर तटरक्षक बल को डूबते व्यापारिक जहाज ग्लोबल किंग-1 के बारे में इमरजेंसी संदेश मिला। जहाज पोरबंदर तट से लगभग 185 किलोमीटर दूर था। तटरक्षक बल ने तुरंत जवाब दिया और सबको सतर्क कर दिया।’ बयान के मुताबिक, बल की त्वरित कार्रवाई ने एक पाकिस्तानी और एक श्रीलंकाई सहित चालक दल के 22 सदस्यों की जान बचाई। सब सुरक्षित हैं और उन्हें पोरबंदर लाया जा रहा है।
बल ने कहा कि उस समय प्रतिकूल मौसम के बावजूद स्थिति का आकलन करने और आसपास के जहाजों को सूचना देने के लिए भारतीय तटरक्षक बल के हवाई स्टेशन पोरबंदर से डोर्नियर विमान भेजा गया। डोर्नियर ने क्षेत्र में पहुंचने पर चालक दल के लिए एक ‘लाइफ राफ्ट’ गिराया।
बयान में बताया गया है कि आईसीजी पोत शूर, सीजी अपतटीय गश्ती पोत, जो पहले से ही समुद्र में थे, को भी तुरंत क्षेत्र में पहुंचने का निर्देश दिया गया। समुद्र में विपरीत परिस्थितियों में आईसीजी जहाज अधिकतम गति के साथ क्षेत्र की ओर बढ़ा।
स्वदेश निर्मित दोहरे इंजन वाले उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर भी खोज एवं बचाव अभियान के लिए तटरक्षक बल के पोरबंदर हवाई प्रतिष्ठान से भेजे गए।
चालक दल के सदस्य जब संकट में घिरे जहाज में पानी भरने से नहीं रोक पाए, तो उन्होंने उसे छोड़ दिया। बल ने कहा कि समुद्र और हवा में तालमेल वाले अभियान में सभी 22 कर्मियों (20 भारतीय, एक पाकिस्तानी और एक श्रीलंकाई) को सफलतापूर्वक बचा लिया गया। बयान के मुताबिक, व्यापारिक जहाज खोर फक्कन (यूएई) से कारवार (कर्नाटक) तक 6,000 टन बिटुमेन ले जा रहा था।
आईसीजी के महानिरीक्षक (उत्तर-पश्चिमी) अनिल कुमार हरबोला ने कहा कि चालक दल के सदस्यों को हेलीकॉप्टर और जहाजों द्वारा समुद्र से उठा लिया गया। बचाव अभियान पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि मानसून के कारण मौसम बहुत खराब था, लेकिन पायलटों ने हवाई उड़ानें भरीं तथा एक डोर्नियर विमान, दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएचएल) और दो जहाज संबंधित क्षेत्र में भेजे गए। उन्होंने कहा, ‘जब हमारे हेलीकॉप्टर उस क्षेत्र में पहुंचे (जहां जहाज समुद्र में डूब रहा था), डरे हुए चालक दल के सदस्य पहले ही जहाज को छोड़ चुके थे। उन सभी को हेलिकॉप्टरों द्वारा बचाया गया।’