अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष विराम के ऐलान के बाद मंगलवार को दोनों देशों के बीच 12 दिन से चले आ रहे युद्ध पर विराम लग गया, हालांकि इस प्रक्रिया में भ्रम और हिंसा जारी रही।
मंगलवार तड़के राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर घोषणा की कि इजरायल और ईरान के बीच “पूरी तरह से संघर्ष विराम” पर सहमति हो गई है, जिससे उन्होंने इस संघर्ष को “12-दिनीय युद्ध” बताया। हालाँकि ईरान ने इस दावे को तुरंत खारिज कर दिया और कहा कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ है।
इस बीच ईरानी मिसाइल हमले इजरायल पर लगातार जारी रहे, जिसमें कम से कम चार लोग मारे गए और छह घायल हो गए। बाद में तेहरान ने एक बयान में कहा कि उसने अपनी ओर से हमले रोक दिए हैं।
अस्पष्टता के बीच संघर्ष विराम की घोषणा
ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल पोस्ट में कहा कि संघर्ष विराम उनके ऐलान के लगभग छह घंटे बाद प्रभावी होगा ताकि दोनों देश अपने “अंतिम अभियानों” को पूरा कर सकें। योजना के अनुसार, पहले ईरान हमले रोकेगा, फिर इजरायल 12 घंटे बाद।
ईरानी सरकारी मीडिया ने बाद में पुष्टि की कि इजरायली कब्जे वाले इलाकों पर “ईरानी हमलों की चार लहरों” के बाद संघर्ष विराम शुरू हो गया है।
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने एक गूढ़ पोस्ट में संकेत दिया कि सक्रिय सैन्य कार्रवाई रोक दी गई है। उन्होंने लिखा, “हमारे वीर सशस्त्र बलों ने इजरायल की आक्रामकता का जवाब देने के लिए 4 बजे तक अंतिम क्षण तक कार्रवाई जारी रखी। सभी ईरानियों के साथ मिलकर मैं हमारे बहादुर जवानों को धन्यवाद देता हूं, जो हमारे देश की रक्षा के लिए अंतिम बूंद रक्त देने को तैयार हैं।”
हालांकि अराघची ने चेतावनी दी कि ईरान की ओर से आगे कोई हमला नहीं होगा — बशर्ते इजरायल अपनी “अवैध आक्रामकता” को रोक दे। उन्होंने जोर देकर कहा: “ईरान ने बार-बार स्पष्ट किया है: इजरायल ने हम पर हमला किया है, न कि इसके विपरीत। फिलहाल संघर्ष विराम पर कोई समझौता नहीं हुआ है, लेकिन अगर इजरायल 4 बजे (तेहरान समय) से पहले अपनी अवैध आक्रामकता रोक देता है, तो हम अपनी प्रतिक्रिया जारी नहीं रखेंगे।”
ट्रंप ने इजरायल-ईरान की सराहना की
अमेरिकी राष्ट्रपति ने दोनों देशों की तारीफ करते हुए कहा कि इस संघर्ष ने पूरा मध्य-पूर्व तबाह कर सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
ट्रंप ने लिखा, “यह एक ऐसा युद्ध था जो वर्षों तक चल सकता था और पूरे मध्य-पूर्व को तबाह कर सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ — और कभी नहीं होगा।”
अंत में उन्होंने लिखा, “गॉड ब्लेस इजरायल, गॉड ब्लेस ईरान, गॉड ब्लेस मिडिल ईस्ट, गॉड ब्लेस यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका, एंड गॉड ब्लेस द वर्ल्ड!”
अमेरिकी बेस पर ईरान के हमले
संघर्ष विराम की बातचीत के बावजूद ईरान ने अमेरिका के सैन्य ठिकानों — कतर और इराक — पर मिसाइल दागी। ट्रंप ने कहा कि ईरान की 14 मिसाइलों में से 13 को रोक लिया गया, जबकि एक मिसाइल को जानबूझकर गिरने दिया गया क्योंकि वह “गैर-घातक” थी।
इससे पहले ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने सोशल मीडिया पर एक जलते हुए अमेरिकी झंडे की तस्वीर साझा करते हुए लिखा: “हमने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है, न ही हम किसी से उत्पीड़न सहन करेंगे। यही ईरानी राष्ट्र की तर्कसंगति है।”
कतर ने कराई मध्यस्थता
रॉयटर्स के हवाले से कूटनीतिक सूत्रों ने बताया कि कतर की मध्यस्थता में अमेरिका के आग्रह पर इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष विराम समझौते पर सहमति बनी। दोनों पक्ष नए सिरे से तनाव बढ़ाने से चंद मिनट पहले इस समझौते पर पहुंचे।
यह भी पढ़ें- गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने उपचुनाव में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए दिया इस्तीफा