लखनऊ में स्वामी प्रसाद मौर्य के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने और उनके साथ कई और विधायकों के सपा में शामिल होने की चर्चाओं के बीच बिधूना से भाजपा विधायक विनय शाक्य के घर पर घमासान शुरू हो गया है। और इस विवाद के मूल में है सत्ता की महत्वाकांक्षा | दरअसल लकवा ग्रस्त विनय शाक्य के उत्तराधिकार को लेकर बेटी और भाई भिड़े हैं |
उनकी बेटी रिया शाक्य ने ट्विटर पर वीडियो वायरल किया है। उन्होंने कहा है कि पिता का स्वास्थ्य ठीक नहीं। एक मई 2018 को पैरालिसिस अटैक के कारण वह बेड रेस्ट पर है और ठीक से बोल नहीं सकते और न ही किसी से मिलजुल सकते हैं।उनकी सोचने समझने की शक्ति भी नहीं है | चाचा देवेश शाक्य प्रतिनिधि बतौर उनके कार्यों को देखते आ रहे हैं। मंगलवार को चाचा व दादी मेरे पिता को जबरन लखनऊ लेकर चले गए। पिता से उनकी मोबाइल फोन पर बात भी नहीं कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद देना चाहती हूं कि उन्होंने मेरे पिता की हालत को देखते हुए लखनऊ स्थित एसपीजीआइ में हर संभव मदद की। कहा, मेरे पिता के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही है, उन्होंने सरकार से पिता से बात कराने व पता लगाने की गुहार लगाई है। कहा जा रहा है कि रिया भाजपा से औरैया के बिधूना विधानसभा सीट से टिकट मांग रहीं हैं।
क्या है पोस्ट में
“मैं रिया शाक्य, पुत्री वर्तमान विधायक और पूर्व मंत्री विनय शाक्य. मैं इस वीडियो के माध्यम से आप सभी बिधूना वासियों को एक महत्वपूर्ण बात बताना चाहती हूं. आप सबको ज्ञात होगा कि मेरे पिताजी को कुछ साल पहले लकवा मार दिया था जिसके बाद से वो चलने फिरने में असमर्थ हैं. उनके बीमारी का फायदा उठा कर मेरे चाचा देवेश शाक्य ने उस वक़्त से ही उनके नाम पर अपनी व्यक्तिगत राजनीति की है और जनता का शोषण किया है.
आज उन्होंने हद पार करते हुए जबरन मेरे पिताजी को घर से उठाकर सपा में शामिल करने के लिए लखनऊ ले गए हैं. मैं उनकी पुत्री होने के नाते आप लोगों को बताना चाहती हूं कि हम भाजपाई हैं और पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हैं. उससी ने हमारी मदद नहीं की तो प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने हमारी मदद की और पिताजी का इलाज कराया.
आज चंद लोग हमारे समाज के नेता बनने के नाम पर अपनी राजनीति चमका रहे हैं और फिर से वही गुंडई पर आ गए हैं. ये लोग मेरा भी अपहरण करने का प्रयास कर रहे हैं. मैं प्रशासन और पार्टी नेतृत्व को बताना चाहती हूं कि मैं अपने पिताजी की उत्तराधिकारी हूं और हमलोग पूर्णतः भाजपाई हैं. अभी इनकी सरकार बनी नहीं है तब ये इतनी गुंडागर्दी करने लगे हैं आप सोचिए जब इनकी सरकार आएगी तो क्या होगा. इनका गुंडाराज कभी नहीं आने देंगे और चुनाव में सबक सिखाएंगे.”
कौन हैं विनय शाक्य
विनय शाक्य बिधूना और अगल बगल बड़े दलित चहरे हैं | स्वामी प्रसाद मौर्या के नजदीकी रहते हुए बहुजन समाज पार्टी में अपना सियासी सफर शुरू किया वह बसपा सरकार में दो बार विधायक और एक बार एमएलसी रह चुके हैं | स्वामी प्रसाद के भाजपा में आने के साथ उन्होंने भी भगवा धारण कर लिया | पिछले चुनाव में उन्होंने अपने भाई दिनेश शाक्य को टिकट दिलाई थी लेकिन वह जीत नहीं पाए थे | अब शाक्य की जगह बेटी चुनाव लड़ना चाहती है भाजपा से लेकिन दिनेश स्वामी प्रसाद के साथ सपा में भाग्य आजमाना चाहते हैं | दिनेश शाक्य के मुताबिक वह ,विधायक भाई विनय ,और माँ एक ही परिवार हैं सब साथ है ,वही रिया की शिकायत पर कहा पुलिस अपना काम करेगी |