कोरोना के दौरान आक्सीजन की कमी से दम तोड़ रही महिला को चिंता थी कि उसकी बेटी का क्या होगा , उसकी शादी कैसे होगी , ऐसे में एक जनप्रतिनिधि अस्पताल जाकर भरोसा देती है की चिंता मत करो तुम्हारी बेटी की शादी मई करूंगी ,धूमधाम से करूंगी , महिला की आँख से आंसू निकलते हैं वह प्राण त्याग देती है , “अक्सर नेता हम हैं ना , फिर चिंता किस बात की ” कहते रहते हैं लेकिन जब बात वचन निभाने की होती है तो वह भूल जाते हैं , लेकिन इस नेता को अपना वचन याद रहा और अब उसे पूरा करने का वक्त भी आ गया है। वादा पूरा करेंगी गनी बेन ठाकोर, दिंवगत हंसा बेन की बेटी संगीता की 23 अप्रैल को शादी करा कर .
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री शंकर चौधरी को वाव विधानसभा सीट से हराकर गुजरात विधानसभा पहुंचीं कांग्रेस की गनीबेन ठाकोर का लोगों पर ऐसा प्रभाव है कि गुजरात पुलिस को जो काम करना चाहिए उसके लिए भी वह आगे आती हैं ,शराब पकड़ती हैं , नशाबंदी के लिए जागरूकता फैलाती हैं ,सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण विधानसभा में सक्रियता से अपने मुद्दे उठाती हैं और सामाजिक मुद्दों पर ठाकोर समुदाय के उत्थान के लिए प्रयासरत अब विधायक गनीबेन ठाकोर 23 अप्रैल को अपनी मां को कोरोना में खो चुकी बेटी की शादी कराएंगी।
देश और दुनिया में कोरोना ने कहर बरपा रखा था । लाखों लोग मारे गए, कई बेघर हो गए, और कई बच्चे अनाथ हो गए। गुजरात में भी स्थिति बदतर थी, गुजरात में लगभग 27,674 बच्चे अनाथ हो गए और उनमें से कई ने अपने माता-पिता और अपने पूरे परिवार को कोरोना में खो दिया।
ऐसे ही एक मामले में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन का इंतजाम कर रही विधायक गनीबेन ठाकोर से बात करते हुए एक महिला ने जान दे दी.
बनासकांठा जिला किसान कांग्रेस के अध्यक्ष ठाकरसिंह रबारी ने कहा कि जब विधायक गनीबेन कोरोना के दौरान भाभर अस्पताल में उनके लिए ऑक्सीजन की बोतलों की व्यवस्था कर रही थी तब महिला हंसाबेन ने गनी बेन ठाकोर से कहा कि उनकी एक बेटी है, बेटा नहीं है , और जब तक उनकी शादी नहीं हो जाती, तब तक वह जीना चाहती हैं. वह अपनी मौत को लेकर नहीं, लेकिन बेटी की शादी को लेकर चिंतित हैं। उसी समय, गेनी बेन ने उससे चिंता न करने का वादा करते हुए कहा था की ” मैं तुम्हारी बेटी की शादी करूंगी , जिसके बाद हंसा बहन की मौत हो गयी थी ।
कोरोना महामारी में दिवंगत हुई हंसाबेन की पुत्री संगीता की शादी 23 अप्रैल को कांग्रेस विधायक गनीबेन करेंगी और शादी में शामिल होने के लिए अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. इस शादी में आने वाले मेहमानों ने जो पैसा मिलेगा उसका इस्तेमाल हंसाबेन ठाकोर के नाम से एक पुस्तकालय स्थापित करने और संगीता के नाम पर एक सावधि जमा खाते में रखा जाएगा।
जीतू वाघाणी ने कहा जिसे गुजरात की शिक्षा व्यवस्था पसंद ना हो वह गुजरात छोड़कर चला जाये