नई दिल्ली – अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु युद्ध को टालने में अहम भूमिका निभाई। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा कि दोनों देश “गंभीर संघर्ष” की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन उनकी सरकार ने “पूर्ण और त्वरित संघर्षविराम” कराने में सफलता पाई।
ट्रंप ने कहा, “भारत और पाकिस्तान के पास भारी मात्रा में परमाणु हथियार हैं। यह एक भयावह परमाणु युद्ध हो सकता था, जिसमें लाखों लोगों की जान जा सकती थी।”
उन्होंने आगे कहा, “यह मेरी सरकार थी जिसने यह सब रोका। मुझे लगता है यह एक स्थायी संघर्षविराम है।”
उन्होंने उस समय के उपराष्ट्रपति जे. डी. वेंस और विदेश मंत्री मार्को रूबियो की भी सराहना की, जिन्होंने इस संकट को सुलझाने में “कड़ी मेहनत” की।
ट्रंप का ‘ट्रेड प्रेशर’ वाला बयान भारत ने नकारा
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप ने स्क्रिप्ट से हटकर एक चौंकाने वाला दावा भी कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान पर उन्होंने व्यापारिक दबाव बनाकर युद्ध रोकने में मदद की।
ट्रंप ने कहा, “मैंने कहा, देखो, हम तुम दोनों के साथ बहुत व्यापार करेंगे, लेकिन पहले ये सब बंद करो। अगर नहीं रोका, तो व्यापार भी बंद। लोगों ने कभी व्यापार का ऐसा इस्तेमाल नहीं किया जैसे मैंने किया।”
हालांकि, भारत सरकार के सूत्रों ने ट्रंप के इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया है। NDTV को दिए बयान में उन्होंने बताया कि ऑपरेशन ‘सिंदूर’ शुरू होने के बाद अमेरिका के उपराष्ट्रपति वेंस ने 9 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी। वहीं, विदेश मंत्री एस. जयशंकर से रूबियो ने 8 और 10 मई को और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से 10 मई को बातचीत की थी।
सूत्रों ने स्पष्ट किया, “इन किसी भी बातचीत में व्यापार का कोई जिक्र नहीं हुआ।”
मोदी का कड़ा संदेश: ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल अब नहीं चलेगा’
डोनाल्ड ट्रंप के बयान के लगभग एक घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश को संबोधित किया और अप्रत्यक्ष रूप से ट्रंप के “स्थायी संघर्षविराम” के दावे पर प्रतिक्रिया दी।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब “न्यूक्लियर ब्लैकमेल” बर्दाश्त नहीं करेगा और ऑपरेशन सिंदूर के साथ आतंक के खिलाफ नीति में बड़ा बदलाव किया गया है।
पीएम मोदी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक वैचारिक परिवर्तन है। भारत अब वहां हमला करेगा जहां आतंकी ठिकाने हैं, और अगर देश पर हमला हुआ तो निर्णायक जवाब देगा।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह ऑपरेशन स्थगित हुआ है, समाप्त नहीं। यह निर्णय पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद के ढांचे को ध्वस्त करने के आश्वासन के बाद लिया गया है।
मोदी ने चेतावनी दी, “पाकिस्तान को समझना होगा कि हमले रुके नहीं हैं, केवल रोके गए हैं। आने वाले दिनों में हम पाकिस्तान के हर कदम का मूल्यांकन करेंगे।”
‘अगर धोखा दिया तो फिर कार्रवाई होगी’
प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि अब भारत, आतंकवाद को समर्थन देने वाली सरकार और हमलों के मास्टरमाइंड के बीच कोई फर्क नहीं करेगा।
उन्होंने पाकिस्तान को दो टूक संदेश देते हुए कहा, “भारत अब आतंक का समर्थन करने वाली सरकार और आतंक के योजनाकारों के बीच कोई भेद नहीं करेगा।”
ट्रंप द्वारा जिस “स्थायी संघर्षविराम” की बात की गई थी, उस पर प्रधानमंत्री मोदी ने साफ किया कि ऑपरेशन अभी खत्म नहीं हुआ है। अगर पाकिस्तान अपने वादे से पीछे हटता है, तो भारत फिर से सटीक और निर्णायक कार्रवाई करेगा।
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