बुधवार की रात, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर एक साथ सटीक हमले किए। ये हमले 22 अप्रैल को हुए भयावह पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किए गए। इस सैन्य कार्रवाई का नाम था — ऑपरेशन सिंदूर। यह नाम केवल एक सैन्य मिशन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और भावनात्मक प्रतीकों से भरा हुआ है।
“सिंदूर” नाम का महत्व
सिंदूर — विवाहित हिंदू महिलाओं के माथे की पहचान, पति के जीवित होने और उसकी उपस्थिति का प्रतीक माना जाता है। यह सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक आत्मा का हिस्सा है। युद्ध के समय भी योद्धा माथे पर तिलक लगाते हैं, जो अक्सर सिंदूर से ही होता है।
पहलगाम नरसंहार में आतंकवादियों ने हिंदू पुरुषों को पहचान कर निशाना बनाया, जिनमें नवविवाहित लोग भी शामिल थे। इस अमानवीय घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया।
नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नारवाल, जो शादी के महज छह दिन बाद पत्नी के साथ घूमने गए थे, आतंकवादियों की गोली का शिकार बने। उनकी पत्नी हिमांशी नारवाल, जिन्होंने अपने पति की लाश के पास बैठकर विलाप किया, उस त्रासदी की सबसे मार्मिक छवि बन गईं। जब उन्होंने अपने पति को अंतिम विदाई दी, तो माथे पर सिंदूर नहीं था — यही शून्यता अब भारत के प्रतिशोध का प्रतीक बन गई है।
सटीक और संयमित सैन्य कार्रवाई
भारतीय सेना ने अपने बयान में कहा:
“थोड़ी देर पहले, भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान-ऑक्यूपाइड जम्मू-कश्मीर में उन आतंकवादी ढांचों को निशाना बनाया गया जहां से भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की योजना बनाई गई थी।”
यह कार्रवाई भारतीय सेना और वायुसेना की संयुक्त योजना थी, जिसमें रफाल विमानों से SCALP क्रूज मिसाइल और HAMMER प्रिसिशन गाइडेड बमों का उपयोग किया गया। सूत्रों के अनुसार, निशाना बनाए गए ठिकानों में बहावलपुर और मुरिदके जैसे इलाके शामिल थे, जो जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के गढ़ माने जाते हैं।
रक्षा मंत्रालय ने इस ऑपरेशन को संयमित और गैर-उकसावे वाली कार्रवाई बताया:
“किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ढांचे को नुकसान नहीं पहुंचाया गया। सभी लक्ष्य सावधानीपूर्वक चुने गए, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि किसी निर्दोष नागरिक को नुकसान न हो।”
यह सिर्फ प्रतिशोध नहीं, धर्म की रक्षा है
ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य प्रतिकार नहीं था, यह एक स्पष्ट और भावनात्मक संदेश था। आतंकियों ने धार्मिक आधार पर निर्दोष लोगों को चुनकर मारने की कोशिश की — भारत ने उसका उत्तर धर्म और दृढ़ इच्छाशक्ति से दिया।
यह कार्रवाई यह भी दर्शाती है कि भारत हर नागरिक की जान को महत्व देता है। यह केवल आंकड़ों का बदला नहीं था, बल्कि हर उस आंसू, हर उस टूटी मांग और हर उस उजड़े घर का उत्तर था।
धर्म के लिए युद्ध भारत के इतिहास में कोई नई बात नहीं है — लेकिन यह युद्ध धर्म की रक्षा के लिए था, मानवता की रक्षा के लिए था।
तस्वीरें और घटनास्थल के दृश्य
ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से जो दृश्य सामने आए, उनमें भारी विस्फोट, इमारतों का मलबा और अंधेरा नजर आया। लोगों ने विस्फोटों को रिकॉर्ड करते हुए डर और हैरानी जताई।
हमलों के कुछ घंटे बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर अंधाधुंध गोलाबारी शुरू कर दी, जिसमें भारत के तीन नागरिकों की मृत्यु हो गई। यह घटना दर्शाती है कि भारत जहाँ आतंक के अड्डों को निशाना बना रहा है, वहीं पाकिस्तान का लक्ष्य अब भी आम नागरिक हैं।
ऑपरेशन सिंदूर की विरासत
ऑपरेशन सिंदूर एक नया दृष्टिकोण पेश करता है — जहां भारत ने सावधानी के साथ प्रतिशोध किया, लेकिन पूरी ताकत से। यह दिखाता है कि भारत उकसावे में नहीं आता, लेकिन अन्याय को बर्दाश्त भी नहीं करता।
सिंदूर नाम के माध्यम से, भारत ने पहलगाम में मारे गए लोगों को केवल संख्या नहीं, बल्कि यादों और रिश्तों के रूप में जीवित रखा है। यह नाम उन सभी माताओं, पत्नियों और बेटियों की भावनाओं से जुड़ा है जिनकी मांग का सिंदूर छीन लिया गया।
यह माना जा रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर एक सैन्य कार्रवाई से कहीं अधिक है — यह भारत की सांस्कृतिक चेतना, रणनीतिक दृढ़ता और न्याय के प्रति अटूट संकल्प का प्रतीक है।
भारतीय राजनीतिज्ञों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सराहा
दलगत राजनीति से ऊपर उठते हुए भारत के विभिन्न दलों के नेताओं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए मिसाइल हमलों की सराहना की और सोशल मीडिया पर ‘भारत माता की जय’ और ‘जय हिंद’ जैसे देशभक्ति के नारे पोस्ट किए।
ऑपरेशन सिंदूर पर विदेश मंत्री ने किया ट्वीट
विदेश मंत्री जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विश्व को आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता दिखानी होगी।
आदिल शाह के पिता बोले- बेटे की मौत के बदले से खुश हूं
पहलगाम हमले में जान गंवाने वाले लोकल कश्मीरी युवक आदिल शाह हुसैन शाह के पिता हैदर शाह ने कहा – हम खुश हैं कि मेरे बेटे समेत पहलगाम के 26 पीड़ितों की हत्या का बदला लिया गया है। मैं सरकार को धन्यवाद देता हूं। सुरक्षा बलों और सरकार ने बदला लिया…भविष्य में किसी को भी इस तरह अपनी जान नहीं गंवानी चाहिए…हमें पीएम मोदी पर भरोसा था…आज हमें न्याय मिला।”
मृतक शुभम की पत्नी ने पीएम नरेंद्र मोदी को किया थैंक्यू
पहलगाम हमले में जान गंवाने वाले शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या द्विवेदी ने कहा – मैं अपने पति की मौत का बदला लेने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहती हूं। मेरे पूरे परिवार को उन पर भरोसा था और जिस तरह से उन्होंने जवाब दिया, उसने हमारे भरोसे को ज़िंदा रखा है। यही मेरे पति को सच्ची श्रद्धांजलि है। मेरे पति आज जहां भी होंगे, उन्हें शांति मिलेगी।
राहुल गांधी बोले – जय हिंद
ऑपरेशन सिंदूर पर कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने X पर पोस्ट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सेना पर गर्व है, जय है।
ऑपरेशन सिंदूर पर पाकिस्तान का रिएक्शन
भारत और पाकिस्तान के तनाव के बीच हुए ऑपरेशन सिंदूर की पाकिस्तान ने निंदा की है। इसके बाद लाहौर और सियालकोट हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है। इतना ही नहीं लाहौर में इमरजेंसी की घोषणा भी हो गई है। हालांकि पाकिस्तानी सैन्य प्रवक्ता का कहना है कि जवाबी कार्यवाही की तैयारी चल रही है।
डोनाल्ड ट्रंप का बयान
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार ऑपरेशन सिंदूर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “यह शर्मनाक है। हमने ओवल के दरवाज़े से अंदर जाते वक्त इसके बारे में सुना। मुझे लगता है कि लोगों को अतीत के आधार पर पता था कि कुछ होने वाला है। वे लंबे समय से लड़ रहे हैं। अगर आप इसके बारे में सोचें तो वे कई दशकों और सदियों से लड़ रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि यह बहुत जल्दी खत्म हो जाएगा।”
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