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पीएम मोदी ने राज्यों से कहा- कोविड से एक और जंग की तैयारी करें

| Updated: December 23, 2022 11:53 am

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन और अमेरिका समेत पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए हाई लेवल मीटिंग की है। इसके बाद राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन प्लांट, वेंटिलेटर और कर्मचारियों सहित अस्पताल के बुनियादी ढांचे को तत्काल दुरुस्त कर लेने की सलाह दी गई है। ताकि कोविड-19 के खिलाफ जंग फिर जीती जा सके।

गुरुवार को संसद में मास्क पहने नजर आए मोदी ने लोगों से हर समय कोविड-प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया। खासकर आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए, जिसमें भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाना भी शामिल है।

बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विदेश मंत्री एस जयशंकर सहित अन्य ने भाग लिया। पीएम ने दोहराया कि कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए उन्होंने अधिकारियों  को विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर निगरानी उपायों को मजबूत करने के निर्देश दिए। सरकार ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में आने वाले यात्रियों में से 2% का 24 दिसंबर से रैंडम टेस्ट किया जाएगा। इसका मकसद कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को फैलने से रोकना है।

पीएम मोदी ने आग्रह किया कि कई देशों में बढ़ते मामलों के मद्देनजर तैयारियों को बढ़ावा देने के प्रयासों के बीच कमजोर और बुजुर्ग लोगों के लिए कोविड टीकों की एहतियाती खुराक (precaution doses) को बढ़ावा दिया जा सकता है। उन्होंने जांच और जीनोम सीक्वेंसिंग को तेज करने का निर्देश भी दिया।

वैसे भारत में कोविड के मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। औसत दैनिक मामले 153 तक गिर रहे हैं और वीकली पॉजीटिव मामले 22 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह में 0.14% तक कम हो गई है। जबकि पिछले छह हफ्तों में ग्लोबल स्तर पर प्रतिदिन के औसत मामलों की संख्या 5.9 लाख तक पहुंच गई है।

मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि सभी स्तरों पर कोविड बुनियादी ढांचे को उपकरण, जांच और स्टाफ के मामले में तैयारियों को हाई लेवल पर कायम रखना चाहिए। उन्हें बताया गया कि दवा, टीके और अस्पताल के बेड के संबंध में पर्याप्त उपलब्धता है। एक सरकारी बयान के अनुसार, उन्होंने आवश्यक दवाओं की उपलब्धता और कीमतों की नियमित निगरानी की सलाह दी।

बता दें कि चीन में स्थिति सबसे चिंताजनक है। जैसा कि रिपोर्टों से पता चलता है, रोगियों के बढ़ते बोझ के कारण उनका स्वास्थ्य ढांचा चरमरा गया है। यहां तक कि मुर्दाघर भी तेजी से भर रहे हैं। हालांकि चीनी सरकार ने इन खबरों का खंडन किया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा विभिन्न देशों में कोविड-19 के प्रसार पर साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, चीन ने पिछले एक सप्ताह में सिर्फ 447 कोविड मौतों की सूचना दी है। अमेरिका, जापान और ब्राजील में कोविड मामलों में तेजी देखी गई है। इन देशों ने पिछले सप्ताह में 2,658, 1,443 और 1,026 मौतों की सूचना दी है। जबकि भारत ने इस दौरान 22 मौतों की सूचना दी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट विश्व स्तर पर बढ़ते मामलों का प्रमुख कारण बना हुआ है।

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