गुजरात ने लगातार नवाचार (innovation) और विकास के जरिये देश को नई दिशा देने का काम किया है। इस पहल को ध्यान में रखते हुए 26 जनवरी को नई दिल्ली में ‘कर्तव्यपथ’ पर गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय परेड में गुजरात की झांकी विशेष होगी। झांकी में ‘स्वच्छ-हरित ऊर्जा कुशल गुजरात’ (Clean-Green Energy Efficient Gujart) की थीम को प्रदर्शित किया जाएगा। देश को इसके जरिये बताया जाएगा कि गुजरात नवीकरणीय (renewable energy) ऊर्जा का उपयोग कर रहा है। जीरो उत्सर्जन (emission) के साथ-साथ सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग कर वैश्विक मार्गदर्शक (global guide) बन रहा है।
वर्ष 2009 में गुजरात ने जलवायु परिवर्तन (Climate Change) के लिए एक अलग विभाग बनाया और गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों द्वारा संचालित विभिन्न परियोजनाएं शुरू कीं। जैसे- पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा, जैविक ऊर्जा (biological energy) और पनबिजली (hydropower)। आज देश में अपरंपरागत ऊर्जा (of non-conventional) के उत्पादन में गुजरात लीडर है।
झांकी में सबसे आगे गुजरात के कच्छ में खावड़ा में आकार ले रहे दुनिया के सबसे बड़े हाइब्रिड (सौर और पवन) नवीकरणीय ऊर्जा पार्क को प्रदर्शित किया गया है। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मोढेरा का दौरा किया था, जो ऊर्जा में आत्मनिर्भर हो गया है। इसके लिए उन्होंने गुजरात के काम की बहुत प्रशंसा की।
इसके साथ ही, पीएम कुसुम (प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान) योजना ने किसानों को सिंचाई और अन्य कामों के लिए सोलर रूफटॉप एनर्जी प्रदान की है। इस प्रकार ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता, राज्य में आर्थिक लाभ और ऊर्जा क्रांति (energy revolution) प्रदर्शित किया गया है।
गुजरात में सूचना एवं प्रसारण विभाग में सचिव अवंतिका सिंह औलख, और सूचना निदेशक आरके मेहता, सूचना के अतिरिक्त निदेशक अरविन्द पटेल और सूचना के उप निदेशक पंकज मोदी और संजय कचोत के मार्गदर्शन में झांकी तैयार की गई है। बता दें कि प्रतिवर्ष प्रस्तुत की जाने वाली झांकी गुजरात सरकार के सूचना विभाग द्वारा तैयार कराई जाती है।
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