- फेसबुक पर विवादित पोस्ट बनाकर डालने का आरोप
- अस्पताल की व्यवस्था से परेशान होकर फेसबुक पर अस्पताल को कर रहे थे परेशान
शहर के प्रतिष्ठित यूएन मेहता इंस्टीट्यूट कार्डियोलॉजिस्ट एंड रिसर्च सेंटर को बदनाम करने के लिए फेसबुक पर झूठे आपत्तिजनक संदेश वायरल किये जा रहे है । इस संबंध में एक कर्मचारी ने शिकायत दर्ज कराई थी। सायबर क्राइम की जाँच में आरोपी के तौर पर जांच में यूएन मेहता अस्पताल के आरएमओ का खुलासा हुआ , जो गलत आईडी बनाकर और आवाज बदलकर सन्देश वायरल करते थे। इस संबंध में साइबर क्राइम आरएमओ को गिरफ्तार किया गया था।
मिली जानकारी के मुताबिक शहर के थलतेज इलाके में रहने वाला एक युवक शहर के यूएन मेहता अस्पताल में ड्यूटी पर है. पिछले सात-आठ महीने से एक अजनबी फेसबुक पर यूएन मेहता अस्पताल के बारे में अफवाह फैला रहा है
इसलिए जनवरी 2022 में साइबर क्राइम को दर्शित पटेल नाम के अकाउंट की जानकारी दी गई। इस आईडी से यूएन मेहता इंस्टीट्यूट कार्डियोलॉजिस्ट एंड रिसर्च सेंटर के नामी डॉक्टरों के बारे में झूठी अफवाह फैला रहे थे। साइबर क्राइम की शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई । इस संबंध में डीसीपी साइबर क्राइम अमित वसावा ने कहा कि उन्होंने फेसबुक से विवरण मांगा था जिसका तकनीकी अध्ययन पर पता चला की आरोपी दूसरे सिम कार्ड का उपयोग कर रहा है,वह आवाज बदलने वाले एप्लिकेशन डाउनलोड कर रहा है और लड़की की आवाज का उपयोग कर रहा है.
.जाच के दौरान पुलिस को पता चला की यूएन मेहता में आरएमओ और क्लिनिक कार्डियोलॉजिस्ट विभाग में ड्यूटी पर तैनात डॉ. कौशिक आर. बरोट (नि. बापूनगर) ने ऐसा किया। साइबर क्राइम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। वह 2004 से यूएन मेहता अस्पताल में ड्यूटी पर हैं। पता चला कि उन्होंने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि अस्पताल की व्यवस्था से उन्हें तरह-तरह से परेशान किया जा रहा था.
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