समूचा उत्तर भारतीय क्षेत्र रविवार को भी कड़ाके की ठंड की चपेट में रहा। राजस्थान के कई इलाकों में तापमान जमाव बिंदु से नीचे -4.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया।
कृषि अनुसंधान केंद्र (एआरएस), फतेहपुर-शेखावाटी के जोनल डायरेक्टर ऑफ रिसर्च शीशराम ढाका ने बताया कि फतेहपुर-शेखावाटी में माइनस 4.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। उन्होंने कहा, “बीते दो दिनों से सीकर, चूरू और झुंझुनू जैसे इलाकों में पारा माइनस में जा रहा है और कंपकंपा देने वाली ठंड पड़ रही है।” अंचल निदेशक से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 15 जनवरी को तापमान -4.7 डिग्री दर्ज किया गया। इसके बाद 14 जनवरी को -3.5 डिग्री और 13 जनवरी को 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “कठोर सर्दी से लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है। खेतों में बर्फ जमा होने लगी है। हम ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं।” स्थानीय लोगों ने आगे कहा कि किसानों को इस बात की चिंता सताने लगी है कि जमने वाली बर्फ से सरसों की फसल को कहीं नुकसान न हो जाए। जबकि गेहूं और अन्य फसलों को लाभ मिलने के आसार हैं।
इस बीच, राजस्थान का हिल स्टेशन माउंट आबू बर्फ की चादर से ढंक गया है। वहां तापमान गिरकर सर्दियों के पुराने रिकॉर्ड तोड़ रहा। वहां तापमान -4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इलाके में 4 से 5 इंच मोटी बर्फ देखी जा रही है।
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