वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय की साख लगातार गिरती जा रही है, एक एक कर लगातार दाग लग रहे हैं, दाग भी एसे की पूरी व्यवस्था ही सवालों के घेरे में आ जाये, एक बार फिर सामूहिक नक़ल का प्रकरण सामने आया है, नक़ल को रोकना विश्वविधालय प्रबंधन का काम है लेकिन सामूहिक नक़ल प्रकरण उजागर किया है एक छात्र ने|
सर, मैंने अकेले नक़ल नहीं किया पूरी कक्षा ने किया है,आप सीसीटीवी फुटेज मंगवाकर देख सकते हैं हकीकत का आपको पता चल जायेगा | पत्र के माध्यम से जैन इंटरनेशनल कॉलेज के एक छात्र ने नर्मद विश्वविद्यालय को जब इस तथ्य से अवगत कराया तो अपनी विफलता को छिपाने के लिए विश्वविधालय प्रबंधन ने कॉलेज से फुटेज मांगी है| इतना ही नहीं सुपरवाइजर को भी समीति के सामने पेश होने का आदेश दिया गया है, साथ ही पर्यवेक्षक, सभी छात्रों के खिलाफ जांच शुरू करने का आदेश दिया है |
वीर नर्मद साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी ने नवंबर में बीसीटी छठे सेमेस्टर की एटीकेटी परीक्षा ऑफलाइन ली थी। वही एस.डी. जैन इंटरनेशनल कॉलेज का एक छात्र दूसरे छात्र की उत्तरपुस्तिका से नकल कर रहा था तभी अधीक्षक ने मामला देखा और तुरंत दो छात्रों को गिरफ्तार कर कदाचार का मामला बनाकर विश्वविद्यालय कोभेज दिया तो फैक्ट ने शुक्रवार को दोनों छात्रों को सुनवाई के लिए विश्वविद्यालय बुलाया।
एक छात्र ने लिखित में उत्तर में बताया कि, “सर, मैंने नक़ल की, लेकिन पूरी कक्षा मेरे साथ नक़ल कर रही थी। आप सीसीटीवी फुटेज मंगाकर देख सकते हैं हकीकत का आपको पता चल जायेगा | जिसके बाद समीति ने पर्यवेक्षक को उपस्थित रहने का आदेश दिया ,साथ की कक्षा निरीक्षक को भी पेश होने का आदेश दिया है|
समीति ने व्हाट्सएप ग्रुप की जानकारी के स्क्रीनशॉट के आधार पर नंबरों की एक सूची तैयार की। फिर सॉफ्टवेयर में नंबर डालकर नंबर चेक किए गए, जिसमें छात्रों का सारा डेटा मिला। नंबर सूची भी कॉलेज को भेजी गई, जहां छात्रों को डाटा भी मिला। चूंकि दोनों डेटा समान थे, इसलिए फैक्ट ने सात छात्रों के खिलाफ कदाचार का मामला दर्ज किया था। जिसके बाद छात्रों को कदाचार समीति के सामने पेश होने के लिए कहा था, लेकिन एक छात्र ने लिखित में सामूहिक नक़ल प्रकरण का खुलासा करके सबको हैरान कर दिया, अब महाविधालय प्रबंधन और दुसरे छात्र उक्त छात्र को कोस रहे हैं , लेकिन परीक्षा की पवित्रता तो कलंकित हो ही गयी |