आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और कार्यकर्ताओं ने अहमदाबाद और गुजरात के प्रमुख शहरों में बड़ी संख्या में जमा होकर विरोध प्रदर्शन किया। आप प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान का विरोध कर रही है, जिसमें उन्होंने मुफ्त उपहार देने के आप के वादे को “रेवड़ी संस्कृति” कहा था। रेवड़ी एक छोटी-सी मिठाई होती है, जिसे बच्चों को फुसलाने के लिए दिया जाता है, ताकि वे उनसे कुछ महत्वपूर्ण ले सकें।
पहले से अनुमति नहीं लेने का आरोप लगाते हुए पुलिस ने लगभग 40 लोगों को हिरासत में ले लिया। इस दौरान पुलिस को दो महिला श्रमिकों को ले जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
पीएम मोदी ने अपने हाल के राज्य के दौरे के दौरान कहा था कि देश में मुफ्त रेवड़ी बांटकर वोट पाने की संस्कृति लाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह रेवड़ी संस्कृति विकास के लिए घातक हो सकती है। उन्होंने लोगों को इस संस्कृति से बचने की नसीहत दी थी। यह बयान सीधे-सीधे आप को लेकर थी, जो इस साल के अंत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों में आगे बढ़ रही है। आप अपने घोषणापत्र में कई मुफ्त सुविधाओं का वादा कर रही है। उसने दिल्ली में कुछ को लागू किया है। बता दें कि वहां वह इन्हीं घोषणाओं के बूते सत्ता में है।
अहमदाबाद के रायपुर इलाके में बिग बाजार के पास बड़ी संख्या में आप कार्यकर्ता और नेता जमा हो गए, लेकिन पुलिस ने अनुमति नहीं होने का हवाला देते हुए कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेना शुरू कर दिया।
कार्यक्रम पार्टी के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव इसुदान गढ़वी और प्रदेश महासचिव मनोज सोरठिया के नेतृत्व में होना था। हालांकि इसुदान गढ़वी और मनोज सोरठिया कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन में मौजूद नहीं थे। जैसे ही समूह ने पीएम मोदी के खिलाफ नारेबाजी शुरू की, पुलिस का एक काफिला तुरंत मौके पर पहुंच गया और 10 महिलाओं और 30 पुरुषों को घेर लिया। इस दौरान कुछ मजेदार दृश्य भी बने, क्योंकि महिला पुलिस पूरी मेहनत के बावजूद दो महिला कार्यकर्ताओं को नहीं ले जा पा रही थी।