कपडा उद्योग में जीएसटी की प्रस्तावित दर के खिलाफ राज्य के सभी बड़े शहरो में कपडा व्यापारी संगठन विरोध में उतर आये है लेकिन सत्ताधारी दल का रवैया इस मामले में दोहरा है | देर शाम अहमदाबाद के कपड़ा व्यापारियों ने काली पट्टी बांधकर ,मोमबत्ती जलाकर विरोध प्रदर्शन किया अगले दिन अहमदाबाद के कपडा व्यापारियों ने बंद का एलान किया है |
वही दूसरी ओर सूरत में व्यापारियों ने सद्बुद्धि यज्ञ किया , 30 पड़ा व्यापारियों ने बुधवार शाम अहमदाबाद के रायपुर क्षेत्र में नए कपड़ा बाजार में गारमेंट्स और कपड़ों में जीएसटी मूल्य वृद्धि के खिलाफ अपना मौन विरोध प्रदर्शन किया। वहीं 30 दिसम्बर को सूरत कपडा व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे | फेडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव चम्पालाल बोथरा ने कहा की जीएसटी की वर्तमान दर 5 प्रतिशत को बढ़ाकर 12 प्रतिशत किया गया है जिससे उत्पाद महगा होगा ,साथ ही कपडा बाजार उधार पर आधारित है इसलिए लागत भी बढ़ेगी , छोटे व्यापारी बाजार से बाहर हो जायेंगे ,इसलिए हमारे संगठन ने कपडा मंत्री , वित्त मंत्री से मिलकर प्रस्तावित दर वापस लेने की मांग की थी लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका | प्रस्तावित दर 1 जनवरी से लागू होंगी | देशभर के कपडा व्यापारियों की संस्था नयी दरों का विरोध कर रहीं है | वही भाजपा प्रदेश प्रमुख सी आर पाटिल ने सूरत में एक कार्यक्रम के दौरान विरोध को राजनीति से प्रेरित करार दिया , हालांकि उन्होंने भरोसा दिलाया की वह इस मामले में वित्त मंत्री को पत्र लिखेंगे |