ताप्ती -पार -नर्मदा रिवर लिंक प्रोजेक्ट के विरोध में गांधीनगर में आज आदिवासी समुदाय की एक रैली का आयोजन किया गया जिसमें केंद्र सरकार द्वारा घोषित तापी पार नदी जोड़ो परियोजना के विरोध में कांग्रेस नेताओ ने विशाल सभा को सम्बोधित करते हुए राज्य सरकार पर हमलावर रहे , रैली के बाद विधानसभा की और जा रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस छावनी बना गांधीनगर
आज पूरे गुजरात से, मुख्य रूप से दक्षिण गुजरात से आदिवासी समुदाय के लगभग 8,000 सदस्य गांधीनगर में आयोजित विशाल सभा का हिस्सा बने , पिछले कुछ वर्षो में आदिवासी समाज का यह सबसे बड़ा प्रदर्शन माना जा रहा है , पिछले दो महीने से यह आंदोलन दक्षिण गुजरात में चल रहा था।
आदिवासी समाज के युवाओ में सरकार के प्रति खासा आक्रोश देखा गया। उन्होंने कांग्रेस नेताओं, समुदाय के नेताओं, विधायकों द्वारा दिए गए भाषणों की सराहना की और 2022 के चुनाव में जमीन, जल और जंगल की लड़ाई के साथ भाजपा को जवाब देने की बात कही।
गुजरात प्रभारी रघु शर्मा मंत्री समेत नेताओं की नजरबंदी
बैठक के बाद राज्य कांग्रेस प्रभारी और राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा को पुलिस ने मंच से मुख्य सड़क पर डी3 की ओर मार्च करते हुए हिरासत में ले लिया.
पुलिस ने कांग्रेस विधायकों, नेता हार्दिक पटेल, जगदीश ठाकोर, अमित चावड़ा, विधायक चंद्रिकाबेन बारिया,सहित महिला नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लिया और मुख्य थाने समेत अलग अलग थानों में ले गई.
महिला कार्यकर्ता से पुलिस की हाथापाई
गिरफ्तारी के दौरान कांग्रेस नेताओ और पुलिसकर्मियो के बीच धक्का मुक्की भी हुयी। खास तौर से महिला विधायकों और कार्यकर्ताओ की गिरफ्तार के दौरान पुलिस के पसीने छूट गए , पुलिस ने महिला प्रदर्शनकारियो के साथ हाथा -पाई भी की।
आदिवासी मंत्रियों को मोगली जैसे शब्दों से संबोधित किया जाता था
कांग्रेस की महिला विधायक चंद्रकन बारिया ने आदिवासी मंत्रियों पर सरकार को संरक्षण देने का आरोप लगाया था और सार्वजनिक रूप से आदिवासी मंत्री नरेश पटेल को मोगली कह कहकर संबोधित किया था।
नेता प्रतिपक्ष सुखराम राठवा ने कहा, ”मैं अपने समाज की लड़ाई के लिए किसी से पूछने नहीं गया हूं. मैं सीधा आया हूं.”
रिवर लिंक प्रोजेक्ट के विरोध में आदिवासियों ने किया आर पार की लड़ाई का एलान