वॉशिंगटन/नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस से एलन मस्क के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए एक बार फिर दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को कम करने में अमेरिकी हस्तक्षेप ने अहम भूमिका निभाई, जिससे संभावित परमाणु संघर्ष टल सका।
ट्रंप ने कहा, “हमने भारत और पाकिस्तान को लड़ने से रोका। मेरा मानना है कि यह एक परमाणु आपदा में बदल सकता था।”
उन्होंने दोनों देशों के नेताओं और अपनी प्रशासनिक टीम का धन्यवाद किया, जिन्होंने हालात को शांत करने में मदद की। व्यापार को लेकर चिंता जताते हुए ट्रंप ने कहा, “हम उन लोगों के साथ व्यापार नहीं कर सकते जो एक-दूसरे पर गोलियां चला रहे हैं और परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की स्थिति में हैं।” उन्होंने दोनों देशों की सहयोग की भावना की तारीफ की और अमेरिका की सैन्य ताकत और नेतृत्व क्षमता का जिक्र करते हुए वैश्विक संघर्ष रोकने में अपनी भूमिका को रेखांकित किया।
हालांकि, भारत ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान के साथ हालिया संघर्षविराम पूरी तरह द्विपक्षीय निर्णय था, जो दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMOs) के बीच प्रत्यक्ष बातचीत के जरिए हासिल हुआ। भारत लगातार तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के दावों को खारिज करता रहा है और साफ किया है कि इस समझौते का व्यापार वार्ताओं से कोई लेना-देना नहीं है।
कांग्रेस ने उठाए सवाल, कहा- मोदी की चुप्पी अब असहनीय
ट्रंप के दावों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “अब ट्रंप ने 9वीं बार कहा है कि ‘मैंने भारत-पाक युद्ध को व्यापार के जरिए रोका।’ प्रधानमंत्री मोदी, इस मुद्दे पर आपकी पिन-ड्रॉप चुप्पी अब असहनीय हो गई है।”
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “21 दिनों में यह 10वीं बार है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े मित्र और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम पर ऐसे दावे किए हैं। प्रधानमंत्री कब बोलेंगे?”
ट्रंप के ये बयान 13 मई को सऊदी अरब में आयोजित सऊदी-अमेरिका निवेश मंच 2025 में भी सुनने को मिले थे, जहां उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच “ऐतिहासिक संघर्षविराम” कराने का श्रेय अपनी प्रशासन को दिया।
“अब वे वास्तव में एक-दूसरे के साथ अच्छा व्यवहार कर रहे हैं। शायद हम उन्हें साथ ला सकें, जहां वे साथ बैठकर अच्छा डिनर करें। क्या यह अच्छा नहीं होगा?” ट्रंप ने वहां कहा।
उन्होंने आगे कहा, “हमने एक लंबा सफर तय किया है। उस संघर्ष में जो छोटे पैमाने पर शुरू हुआ था और दिन-ब-दिन बड़ा होता जा रहा था, लाखों लोग मारे जा सकते थे।”
ट्रंप ने दावा किया, “कुछ दिन पहले ही मेरी प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए सफलतापूर्वक ऐतिहासिक संघर्षविराम कराया, और इसके लिए मैंने बड़े स्तर पर व्यापार का इस्तेमाल किया।”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने उनसे कहा, भाइयो, चलो एक समझौता करते हैं। चलो व्यापार करते हैं, परमाणु मिसाइलों का व्यापार नहीं, बल्कि उन खूबसूरत चीजों का जो तुम बनाते हो। और दोनों के पास बहुत शक्तिशाली, मजबूत, अच्छे और बुद्धिमान नेता हैं।”