शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) अध्यक्ष राज ठाकरे ने शनिवार को 18 साल बाद एक मंच साझा किया। मुंबई के वर्ली स्थित एनएससीआई डोम में हुए ‘आवाज मराठीचा’ नामक विजय समारोह में दोनों ने मराठी भाषा के लिए एकजुट होने का ऐलान किया।
यह कार्यक्रम राज्य सरकार द्वारा स्कूलों में तीसरी वैकल्पिक भाषा के रूप में हिंदी को हटाने के फैसले की जीत के तौर पर मनाया गया।
भीड़ को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, “हम साथ आए हैं तो साथ रहने के लिए आए हैं। हमने मराठी की रक्षा के लिए एकता की है। मैं आप सभी से कहना चाहता हूं कि ये तो सिर्फ ट्रेलर है। अभी तो शुरुआत है।”
इससे पहले राज ठाकरे ने मंच से चुटकी लेते हुए कहा, “मुख्यमंत्री फडणवीस ने वो कर दिखाया जो बालासाहेब ठाकरे भी नहीं कर पाए — मुझे और उद्धव को एक मंच पर ले आए।” इस टिप्पणी पर सभा में ठहाके और तालियां गूंज उठीं।
एनएससीआई डोम में आयोजित इस कार्यक्रम में हजारों मराठी समर्थक, लेखक, कवि और दोनों दलों के कार्यकर्ता पहुंचे। यह आयोजन महाराष्ट्र की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत माना जा रहा है।
आगामी 29 नगर निगम चुनावों की ओर इशारा करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, “मैं और राज ठाकरे मुंबई महानगरपालिका और महाराष्ट्र की सत्ता पर कब्जा करेंगे।”
मराठी एकजुटता के इस जश्न के बहाने दोनों दलों ने संभावित राजनीतिक गठबंधन का संकेत दिया है, जो आने वाले नगर निगम और विधानसभा चुनावों में महाराष्ट्र की सियासत की तस्वीर बदल सकता है।
यह भी पढ़ें- CBI ने खोला मेडिकल कॉलेजों में अरबों के घोटाले का राज! बाबा से प्रोफेसर तक सब बेनकाब