विपुल चौधरी के परिजनों समेत 50 से अधिक नजदीकी जांच के दायरे में

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विपुल चौधरी के परिजनों समेत 50 से अधिक नजदीकी जांच के दायरे में

| Updated: September 18, 2022 10:21

पूर्व गृह मंत्री और दूध सागर डेयरी के तात्कालिक चेयरमैन विपुल चौधरी (Vipul Choudhary, former home minister and immediate chairman of Doodh Sagar Dairy) बुरी तरह से फसते दिख रहे हैं। उत्तर गुजरात में दबदबा रखने वाले इस सहकारी नेता की गिरफ्तारी के बाद गठित एसआईटी SIT विपुल चौधरी की पत्नी , पुत्र समेत 50 से अधिक नजदीकी रिश्तेदारों , पुत्र के मित्र तथा व्यावसायिक भागीदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी में हैं।

एसआईटी को सबूत मिले हैं कि भ्रष्टाचार के कमाए धन में यह अलग अलग भूमिका में लाभान्वित थे। जाँच का दायरा बढ़ने पर एसआईटी टीम में तीन और पुलिस निरीक्षक स्तर के अधिकारीयों का समावेश किया गया है। जिसमे आर वी विंछी ,जे पी सोलंकी ,तथा एम एम सरवैया का समावेश है। एसआईटी में पहले से डीआईजी मकरंद चौहाण (DIG Makrand Chauhan ), डीवायएसपी आशुतोष परमार( DYSP Ashutosh Parmar ),तथा 3 पुलिस निरीक्षक शामिल थे।

विपुल चौधरी उनकी पत्नी गीताबेन ,पुत्र पवन सहित आरोपियों के सामने एफआईआर दर्ज करने के बाद अलग अलग लिस्ट बनायी गयी है , जिसमे विपुल के नजदीकियों ,विपुल चौधरी के पुत्र पवन चौधरी के दोस्तों तथा उनके ससुराल पक्ष के लोगों का भी समावेश है। इन पर आरोप है कि इन सभी ने भ्रष्टाचार के पैसे का निवेश किया है। साथ ही दूध सागर डेयरी के संचालक मंडल और कई कर्मचारियों की भी संलिप्तता होने का एसआईटी को शक है।

विपुल चौधरी पर अपनी मां के नाम पर कंकुबा चेरीटेबल ट्रस्ट (Kancuba Charitable Trust )बना कर उसमे भी अनियमितता करने के आरोप लग रहे हैं। पुलिस जांच चेरीटी आयुक्त कार्यालय तक जाएगी , जिसमे कई बड़े चेहरों के जाँच के दायरे में आने की सम्भावना एसआईटी सूत्र जता रहे हैं।

11 साल तक दूध सागर डेयरी( Doodh Sagar Dairy )में स्थापित रहे चौधरी पर 31 कंपनी गलत तरीके से बना कर ,हवाला के माध्यम से भ्रष्टाचार से कमाए गए धन को इधर से उधर करने के आरोप हैं , जिसमे उनके सीए शैलेश पारीख ने अहम भूमिका निभाई थी , फिलहाल दोनों रिमांड में हैं। अब जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है तो विपुल के साथ उनके परिजन और रिश्तेदारों पर शिकंजा कसता जा रहा है।

गुजरात के पूर्व गृह मंत्री और दूधसागर डेयरी के पूर्व चेयरमैन विपुल चौधरी (Vipul Chaudhary, former home minister of Gujarat and former chairman of Dudhsagar Dairy) की गिरफ्तारी के बाद कई राजनेता जाँच के घेरे में पहले ही दौर में आते दिख रहे हैं , , उत्तर गुजरात की राजनीति के लम्बे समय तक केंद्र रहे चौधरी को एनडीबीडी NDBD का चेयरमैन बनाने के लिए कथित तौर गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला( Former Chief Minister Shankar Singh Vaghela )और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अर्जुन मोढवाडिया (Former Leader of Opposition Arjun Modhwadia) ने सिफारिशी पत्र लिखा था। इसी पत्र के सिलसिले में गवाह के तौर पर मेहसाणा कोर्ट ने वाघेला और मोढवाडिया को नोटिस इस्यु किया है। दोनों नेताओं को 6 अक्टूबर को अदालत में पेश होना है।

विपुल चौधरी की सिफारिश करने पर अर्जुन मोढवाडिया और शंकर सिंह वाघेला को मेहसाणा कोर्ट का समन

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