अहमदाबाद: ओएनजीसी के रिटायर अधिकारी के घर को हड़पना चाह रहा है किरायेदार

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अहमदाबाद: ओएनजीसी के रिटायर अधिकारी के घर को हड़पना चाह रहा है किरायेदार

| Updated: August 18, 2022 18:36

अहमदाबादः ओएनजीसी (ONGC )के पूर्व अधिकारी बीरेंद्रनारायण झा (Birendra Narayan Jha )के लिए जरूरतमंद दोस्त की मदद करना वास्तव में बड़ा सिरदर्द साबित हुआ। 2017 में उन्होंने अपने दोस्त को दो साल के लिए न्यू सीजी रोड पर अपना बंगला किराए पर दे दिया। 73 वर्षीय ने मंगलवार को पुलिस से संपर्क किया, और आरोप लगाया कि उनका किरायेदार न केवल घर खाली करने से इनकार कर रहा, बल्कि उनके घर के प्रतिबंधित क्षेत्रों में भी घुस गया है। इस तरह उसने महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ-साथ कीमती सामान भी चुरा लिए हैं।

मुंबई निवासी झा ने पुलिस को बताया कि 2008 में आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी में स्थानांतरित होने से पहले उन्होंने अहमदाबाद (Ahmedabad )में ओएनजीसी में समूह महाप्रबंधक ( Group General Manager in ONGC )के रूप में काम किया था। झा ने बताया, “2009 में मैं रिटायर हुआ और चांदखेड़ा में न्यू सीजी रोड पर ईशान बंगलों में एक दो मंजिला घर खरीदा। जब मैं काम कर रहा था, तब एक स्टेशनरी सप्लायर नवीन कुमार सिंह से मिला था। मेरे रिटायर होने के बाद भी हम संपर्क में रहे। मैं 2014 तक अहमदाबाद में रहा, फिर पत्नी के साथ नई नौकरी के लिए मुंबई चले गया। 2017 में सिंह ने कथित तौर पर झा को बताया कि चांदखेड़ा में चूंकि उसके घर का नवीनीकरण का काम चल रहा है, इसलिए इस दौरान रहने के लिए उसे एक घर की तलाश है।”

झा ने एफआईआर में कहा है, “मैं ग्राउंड फ्लोर को दो साल के लिए 7,500 रुपये के मासिक किराए पर देने पर सहमत हो गया। हमने इस आशय के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। अक्टूबर 2019 में जब किराए के समझौते की वैधता समाप्त हो गई, तो सिंह ने यह दावा करते हुए कुछ और समय मांगा कि उसके घर का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ। मैं मान गया। फिर सरकार ने मार्च 2020 में लॉकडाउन की घोषणा कर दी और मैं दो साल तक शहर नहीं जा सका। मुझे मार्च 2022 में आना था, लेकिन परिवार में स्वास्थ्य संबंधी इमरजेंसी आ जाने के कारण मुझे अपनी योजना फिर से बदलनी पड़ी।”

जब झा 26 जून को अपने घर पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि सिंह ने कथित तौर पर घर की दूसरी मंजिल पर कब्जा कर लिया है और झा के कमरे में रखे कुछ कीमती सामान भी चुरा लिए हैं। झा ने पुलिस को बताया, “किराया समझौते के कागजात गायब थे। जब मैंने सिंह से पूछताछ की, तो उसने मुझे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। उसने मुझ पर घर बेचने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। उसने दूसरों को मुझे फोन करने और घर बेचने के लिए मजबूर करने के लिए कहा।” तंग आकर झा ने सिंह के खिलाफ पुलिस में विश्वासघात, धोखाधड़ी, आपराधिक धमकी के लिए शिकायत दर्ज करा दी।

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