भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मंगलवार को स्थानीय स्वशासन चुनावों में बड़ी जीत हासिल की, लेकिन उसे पोरबंदर, देवभूमि द्वारका और आदिवासी जिले छोटा उदेपुर में अप्रत्याशित झटके लगे।
पोरबंदर में बड़ा उलटफेर
पोरबंदर में राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव देखने को मिला, क्योंकि 1995 से कुटियाना नगरपालिका की अध्यक्ष रहीं 58 वर्षीय ढेलीबेन ओडेदरा अब पहली बार विपक्ष में बैठेंगी। बीजेपी को इस नगरपालिका की 24 सीटों में से केवल 10 सीटें ही मिल सकीं, जबकि समाजवादी पार्टी (एसपी) ने 14 सीटें जीतकर मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। ओडेदरा ने कहा, “मुझे नहीं पता कि यह सब (बीजेपी के खिलाफ नतीजे) कैसे हुआ।”
एसपी ने इस क्षेत्र में अपनी पकड़ और मजबूत कर ली, रणावाव नगरपालिका में 28 में से 20 सीटें और कुटियाना नगरपालिका में 24 में से 14 सीटें जीतकर। इस राजनीतिक बदलाव में एक महत्वपूर्ण नाम काना जाडेजा का है, जो प्रसिद्ध ‘गॉडमदर’ संतोकबेन जाडेजा के सबसे छोटे बेटे हैं और उन्होंने इन चुनावों में अपनी शुरुआत की।
ओडेदरा, जो 1995 में राजनीति में आई थीं, का संबंध जाडेजा परिवार से उनके पति के जरिए है। काना के बड़े भाई कंधल जाडेजा वर्तमान में कुटियाना सीट से एसपी विधायक हैं, जिन्होंने 2022 में इस सीट से जीत हासिल की थी। इससे पहले, वे इसी सीट से अविभाजित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के विधायक रह चुके हैं। कुटियाना में एसपी की यह जीत बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि पार्टी ने अपनी बहुमत खो दी है, हालांकि ओडेदरा ने अपनी सीट बरकरार रखी है।
2018 के चुनावों में, बीजेपी ने रणावाव में 12 सीटें जीती थीं, जबकि अविभाजित एनसीपी ने 16 सीटें जीती थीं।
छोटा उदेपुर में अप्रत्याशित नतीजे
छोटा उदेपुर नगरपालिका, जिसमें 28 सीटें हैं, में विभाजित जनादेश सामने आया। बीजेपी ने केवल आठ सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को केवल एक सीट मिली। एसपी, जिसने इस क्षेत्र में पहली बार चुनाव लड़ा, ने छह सीटें जीतकर चौंकाने वाला प्रदर्शन किया। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी), जिसका इस क्षेत्र में प्रभाव है, ने चार सीटें जीतीं। इसके अलावा, चार सीटें सर्व समाज पार्टी को, एक सीट भारत नव निर्माण मंच पार्टी को और चार सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों को मिलीं, जो आने वाले दिनों में नगरपालिका बोर्ड के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
सबसे दिलचस्प नतीजा वार्ड 5 में देखने को मिला, जहां एसपी उम्मीदवार मुफिज़अहमद शेख़ ने केवल एक वोट के अंतर से जीत हासिल की, उन्हें कुल 869 वोट मिले। इस नगरपालिका में 72.65% मतदान हुआ।
देवभूमि द्वारका में मिश्रित नतीजे
देवभूमि द्वारका जिले में हुए नगरपालिका चुनावों में बीजेपी को मिश्रित परिणाम मिले। तीन नगरपालिकाओं — द्वारका, भाणवड़ और सालाया — में से सालाया में बीजेपी पूरी तरह से बाहर हो गई। यहां कांग्रेस ने 28 में से 15 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) ने 13 सीटें जीतकर खुद को एक मजबूत विपक्ष के रूप में स्थापित किया।
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