राज्य कोरोना को देखते हुए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक की गयी ,जिसमे टेस्टिंग को व्यापक बनाने पर विशेष जोर दिया गया साथ केस बढ़ने की स्थिति में रोजाना उच्च स्तरीय जिलावार समीझा के साथ रणनीति बनाने का निर्णय किया गया है | राज्य में 90% आबादी का टीकाकरण किया जा चुका है | मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाकर प्रदेश में कोरोना की मौजूदा स्थिति की व्यापक समीक्षा की.
भूपेंद्र पटेल ने पूरे राज्य में परीक्षण कार्यों को और व्यापक बनाने की आवश्यकता के अनुसार विशेष शिविर बनाकर परीक्षण बढ़ाने पर भी जोर दिया।
बैठक में राजस्व मंत्री श्री राजेन्द्र त्रिवेदी, शिक्षा मंत्री श्री जीतूभाई वाघणी ,स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी भी उपस्थित थे।मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बैठक में टेस्टिंग को तेज करने के साथ-साथ कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को तेज करने का सुझाव दिया।
बैठक में राज्य के महानगरों में लोगों को उनके निकटतम स्थान पर प्राथमिक उपचार, परीक्षण आदि उपलब्ध कराने के उद्देश्य से धनवंतरी रथ और संजीवनी रथ की संख्या बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया.बैठक में 3 जनवरी से प्रदेश में 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण अभियान पर भी चर्चा हुई.
इस संबंध में अपर मुख्य स्वास्थ्य सचिव मनोज अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में अब तक कुल आबादी के 90 प्रतिशत लोगों को 2.5 करोड़ टीकाकरण की खुराक देकर टीकाकरण किया जा चुका है.उन्होंने मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग के पास आवश्यक दवाओं, टेस्टिंग किट और मास्क की पर्याप्त आपूर्ति है.
बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव कैलाशनाथन, मुख्य सचिव पंकज कुमार, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजकुमार सहित वरिष्ठ सचिव उपस्थित थे।