गुजरात में दूसरे चरण में मतदान 2017 के 70% से गिर कर 64% पर रहा, शहरों में कम पड़े वोट

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गुजरात में दूसरे चरण में मतदान 2017 के 70% से गिर कर 64% पर रहा, शहरों में कम पड़े वोट

| Updated: December 6, 2022 11:06

गुजरात में दो चरणों में हुए मतदान की तुलना 2017 से करने पर कई चौंकाने वाली बातें सामने आती हैं। जैसे, दूसरे चरण में सोमवार को 93 सीटों पर हुए मतदान में 2017 की तुलना में 9% की गिरावट देखी गई। शहरी मतदाताओं की सुस्ती के कारण अंतिम चरण में मतदान 61.1% ही रहा, जो एक दिसंबर को हुए पहले चरण में दर्ज 63.3% से भी कम था।

पीएम नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग के नेतृत्व में स्टार प्रचारकों की ओर से बड़े पैमाने पर मतदान के लिए भावुक अपील के बावजूद शहरों में उदासीनता ही देखी गई। हालांकि, ग्रामीण इलाकों में भारी मतदान हुआ। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी भारती ने कहा कि अंतिम आंकड़ा लगभग 62% होने की संभावना है, जो पांच साल पहले दूसरे चरण के मतदान की तुलना में लगभग 8% कम होगा।

ग्रामीण बनासकांठा में थराद और देवदार में सबसे अधिक वोट पड़े। मतदान में दोनों क्षेत्र क्रमशः 78% और 74% के साथ सबसे ऊपर रहे।

अहमदाबाद, वड़ोदरा और गांधीनगर की 23 शहरी सीटों में मतदान में भारी गिरावट रही, जो 2017 के दूसरे चरण में 67% से गिरकर 52.5% हो गई। तीनों में अहमदाबाद का प्रदर्शन सबसे खराब (51.4%) रहा। इसके बाद वडोदरा (54.53%) का और गांधीनगर (52%) का स्थान रहा।

आदिवासी इलाकों में हमेशा भारी मतदान हुआ करता था। इस बार यहां भी निराशा मिली। 13 आदिवासी सीटों पर पांच साल पहले दूसरे चरण में 67.6% वोट पड़े थे, जो इस बार गिरकर 58.4% पर आ गया। एससी की छह सीटों पर भी यही हाल रहा। इन सीटों पर पिछली बार 2017 में 69.7% वोट पड़े थे, जबकि इस बार 57.5% ही मतदान हुआ।

गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने उम्मीद से कम मतदान होने पर कहा, “हालांकि 2017 की तुलना में प्रतिशत के मामले में मतदान कम रहा, लेकिन अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने वाले मतदाताओं की संख्या बहुत अधिक थी। हम पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ने के लिए आश्वस्त हैं। भले ही आप और निर्दलीय वोट काट लें, इससे कांग्रेस को ही नुकसान होगा।”

इस बीच, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकारी तंत्र ने 15 सीटों के कई बूथों पर धीमी गति से मतदान कराया और चुनावी गड़बड़ियां कीं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने कहा, “भाजपा कार्यकर्ताओं ने हमारे उम्मीदवारों पर हमला किया, फर्जी मतदान का प्रयास किया और चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की। भाजपा हर जगह कम मतदान से घबरा गई। हमें 125 सीटें जीतने का भरोसा है।”

आम आदमी पार्टी यानी आप के सीएम चेहरा इसुदन गढ़वी ने कहा कि लोगों ने बदलाव के लिए वोट दिया है। उन्होंने दावा किया कि आप 105 सीटों पर जीतेगी।

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