गुजरात में, कनाडा ,अमेरिका जाने का सपना उनके लिए मुसीबत बनता जा रहा है , कबूतरबाजो को ठगी का मौका दे रही है। ज्यादातर मामलो में पीड़ित भी जानता है कि क़ानूनी तौर से उन्होंने गलत रास्ता अख्तियार किया है और क़ानूनी दाव पेंच में उलझने से उनके विदेश जाने का सपना टूट जाता है , इसलिए वह शिकायत भी नहीं करते।
मेहसाणा जिले से एक भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जिसमे कनाडा जाने की इच्छुक महिला से न केवल 3500 डॉलर ठग लिए बल्कि उसे बंधक भी बनाकर रखा।
मिली जानकारी के मुताबिक कनाडा में रेशमा पटेल को जाकर पढ़ना था , जिसके लिए एक एक एजेंट से उसके परिजनों ने संपर्क किया उसने अहमदाबाद के एजेंट से संपर्क किया वाया कोलकाता कनाडा जाना तय हुआ लेकिन कोलकाता जाने एक गांव में ले जाकर उसे बंधक बना लिया ,तीन महीने तक उसे बंधक रखा।
रिवाल्वर के बल पर उससे घरवालों को कहलाया की वह कनाडा पहुंच गयी है।
इस बीच, रश्मिका पटेल 35 00 डॉलर एजेंटों को देने के बाद भी कनाडा नहीं पहुंच सकी और गांधीनगर अपराध शाखा ने कडी पुलिस के साथ मिलकर जांच शुरू की, जिन्होंने कडी पुलिस स्टेशन में चार
एजेंटों के खिलाफ धोखाधड़ी की पुलिस शिकायत दर्ज की है। गांधीनगर पुलिस ने हाल ही में गोंडी में हिरासत में लिए गए 15 लोगों को कलकत्ता और दिल्ली में कनाडा ले जाने के नाम पर रिहा किया था।
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उन्हें कनाडा ले जाने के नाम पर दिल्ली और कलकत्ता में भी बंदी बना लिया गया था, और उनके परिवारों को रिवाल्वर दिखाकर और जबरन अपने परिवारजनो को फोन पर सूचित करके कि वे कनाडा आ गए हैं
उनके परिवारों से पैसे निकालने के लिए मजबूर किया गया था. उनके परिवारों को संदेह था मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया गया और पूरे अभियान को गांधीनगर पुलिस को सीएम कार्यालय द्वारा सौंप दिया गया.
जिसके बाद गांधीनगर पुलिस ने कलकत्ता और दिल्ली से 15 लोगों को रिहा किया, विदेश जाने के नाम पर ठगी की एक के बाद एक घटना सामने आ रही है.
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