कोविड के कारण तीनों सेनाओं में बुरी तरह प्रभावित हुई भर्तियां: राजनाथ

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कोविड के कारण तीनों सेनाओं में बुरी तरह प्रभावित हुई भर्तियां: राजनाथ

| Updated: July 27, 2022 11:19

कोविड महामारी के कारण 2020 और 2021 में तीनों सेनाओं में भर्ती प्रक्रिया गंभीर रूप से प्रभावित और बाधित हुई। तीनों सेनाओं में 60,000 की औसत वार्षिक रिक्ति के मुकाबले पिछले दो वर्षों में कुल 37,301 कर्मियों की ही भर्ती हो सकीं। ऐसा नियुक्ति प्रक्रिया के कोविड-19 से प्रभावित होने के कारण हुआ।

सोमवार को सरकार की ओर से दिए गए ब्योरे के अनुसार, 2019 में कुल सैनिकों की संख्या 95,843 थी। इनमें थल सेना 81,812 सैनिकों के साथ शीर्ष पर थी। इसके बाद भारतीय वायुसेना में 7,548 और नौसेना में 6,483 सैनिक थे। यह जानकारी सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में दी।

उनके द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, थल सेना में फिलहाल 1,16,484 सैनिकों की कमी है। इसी तरह नौसेना में 13,597 और भारतीय वायुसेना में 5,789 जवानों की कमी है। उन्होंने कहा, “वर्ष 2020 और 2021 के लिए भर्ती प्रक्रिया, कोविड महामारी के कारण गंभीर रूप से प्रभावित और बाधित हुई,  जिससे सेनाओं के लिए भर्ती की प्रक्रिया को बंद करना पड़ा था।”

उन्होंने कहा कि इसके बाद भी 2020 में थल सेना में 1280 अधिकारियों तथा 12,091 सैनिकों और 2021 में 1065 अधिकारियों की भर्ती की गई। उन्होंने कहा कि नौसेना और वायु सेना ऑनलाइन पंजीकरण तथा भर्ती प्रक्रिया का अनुसरण करती हैं और उनके मामले में कोविड का प्रभाव कम रहा।

उन्होंने कहा, “नौसेना में 2020 में 377 अधिकारियों और 2772 नाविकों और वर्ष 2021 में 409 अधिकारियों और 5,547 नाविकों की भर्ती की गई। ऐसे ही 2020 में भारतीय वायु सेना में 261 अधिकारियों और 8,423 वायुसैनिकों को शामिल किया गया था। इसी तरह वर्ष 2021 में 467 अधिकारी और 4609 एयरमैन भर्ती किए गए।”

तीनों सेवाओं ने हाल ही में शुरू की गई ‘अग्निपथ’ योजना के तहत वर्ष 2022 के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। सिंह ने कहा, “वायु सेना के मामले में 24 जून से 5 जुलाई तक 3000 पदों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया खोली गई थी। नौसेना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 15 से 30 जुलाई तक 3,000 पदों के लिए खुली है।” थल सेना ने 40,000 पदों के लिए अपनी पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी है और 10 अगस्त से रैलियां करनी शुरू कर देगी।

सिंह ने कहा कि सेना का अगले तीन महीनों में देश के विभिन्न हिस्सों में 85 नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा, “उम्मीदवारों का पहला बैच नवंबर में भारतीय नौसेना में, जबकि वायुसेना और सेना में इसी साल दिसंबर में बुनियादी प्रशिक्षण में शामिल होगा।”

रक्षा मंत्री ने कहा कि 2019 में 1,240 अधिकारियों और 80,572 सैनिकों को सेना में शामिल किया गया था, जबकि उस वर्ष नौसेना द्वारा 415 अधिकारियों और 6,068 नाविकों की भर्ती की गई थी। वायु सेना ने 2019 में 326 अधिकारियों और 7,222 एयरमैन की भर्ती की।

रक्षा मंत्री ने कहा, “औसतन हर साल तीन सशस्त्र बलों में 60,000 रिक्तियां होती हैं। वर्तमान में थल सेना में 7,799 अधिकारियों और 1,08,685 सैनिकों की कमी है। इसी तरह नौसेना में 1446 अधिकारी और 12,151 नाविक और वायु सेना में 572 अधिकारी और 5,217 एयरमैन कम हैं।” उन्होंने कहा, “कोविड-19 की स्थिति में सुधार और भर्ती की प्रक्रिया शुरू होने से आने वाले वर्षों में इन रिक्तियों में कमी आने की उम्मीद है।”

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