वडोदरा: कला और संस्कृति के इस बहुप्रतीक्षित उत्सव “अभिव्यक्ति – द सिटी आर्ट्स प्रोजेक्ट” का तीसरा संस्करण 17 से 19 जनवरी 2025 तक वडोदरा के एलेम्बिक आर्ट डिस्ट्रीक्ट एम्फीथिएटर में आयोजित किया जाएगा। टोरेंट ग्रुप के मेहता परिवार से प्रेरित और यू.एन.एम. फाउंडेशन द्वारा संचालित इस पहल में नृत्य, संगीत और नाटक के अद्भुत प्रदर्शन नि:शुल्क प्रस्तुत किए जाएंगे।
2023 और 2024 में मिली शानदार सफलता के बाद, इस वर्ष का आयोजन छह प्रस्तुतियों से सुसज्जित होगा, जिसमें प्रत्येक दिन दो कार्यक्रम रखे गए हैं।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां:
पहला दिन: 17 जनवरी 2025
- “स्वयं: द वॉइस विदिन” (नीलकांतन आई. कृष्णन): पारंपरिक भारतीय रागों और पश्चिमी वाद्ययंत्रों का संगम, जिसमें भगवान विष्णु के दस अवतारों की कहानी प्रस्तुत की जाएगी। (शाम 7:30 बजे)
- “99 डेज़” (तुषार शर्मा): दोस्ती, पितृत्व और पिता-पुत्र के रिश्ते की भावनात्मक यात्रा पर आधारित एक नाटकीय प्रस्तुति। (रात 9:30 बजे)
दूसरा दिन: 18 जनवरी 2025
- “पुरुषार्थम” (मिशाल भाटिया): पुरुषों के मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक अपेक्षाओं पर केंद्रित संगीत प्रस्तुति। (शाम 7:30 बजे)
- “टेरेटोरियल” (गोपाल अग्रवाल और आकाश वंजारा): मानव अतिक्रमण और वन्यजीवों पर उसके प्रभाव पर आधारित समकालीन नृत्य प्रस्तुति। (रात 9:30 बजे)
तीसरा दिन: 19 जनवरी 2025
- “वही कहानी, फिर” (अनन्या वैद्य): महिलाओं की भूली-बिसरी कहानियों को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करती एक रंगमंचीय प्रस्तुति। (शाम 7:30 बजे)
- “बस्कनेशन” (सार्थक दुबे): स्ट्रीट डांसर्स के संघर्ष और उनकी जीवंतता को दर्शाती ऊर्जावान नृत्य प्रस्तुति। (रात 9:30 बजे)
विशेषज्ञों द्वारा क्यूरेटेड
“स्टोरीज़ फ्रॉम द सोल” थीम के तहत इस संस्करण को के. सुमंत (संगीत), चिराग मोदी (रंगमंच), और मानसी मोदी (नृत्य) जैसे अनुभवी क्यूरेटर्स द्वारा तैयार किया गया है। इसे रजत धोलकिया, सौम्या जोशी और कृति महेश जैसे जाने-माने कलाकारों के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है।
अभिव्यक्ति के बारे में
2018 में अहमदाबाद से शुरू हुए इस प्रोजेक्ट ने गुजरात के प्रमुख शहरों जैसे राजकोट, सूरत और वडोदरा में कला और संस्कृति को एक व्यापक मंच प्रदान किया है। अब तक 1,979 कलाकार “अभिव्यक्ति” के मंच पर अपनी कला प्रस्तुत कर चुके हैं, और 6.19 लाख से अधिक कला प्रेमियों ने इन प्रदर्शनों का नि:शुल्क आनंद लिया है।
इस पहल का उद्देश्य कला को सभी के लिए सुलभ बनाना और सामाजिक बाधाओं को दूर कर इसे समाज का अभिन्न अंग बनाना है।
इस उत्सव का हिस्सा बनें
सभी प्रस्तुतियों में प्रवेश नि:शुल्क है और पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर उपलब्ध है। अधिक जानकारी के लिए www.abhivyaktiart.org पर लॉग इन करें या 7069104444/7069105555 पर संपर्क करें।
“अभिव्यक्ति – द सिटी आर्ट्स प्रोजेक्ट” के साथ कला और संस्कृति के इस जीवंत उत्सव में शामिल हों और इसे खास बनाएं!
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