गुजरात कांग्रेस Gujarat Congress ने विधानसभा चुनाव 2022 (Assembly election 2022) से पहले आरोप लगाया है कि राज्य में चुनाव आयोग( election Commission)द्वारा तैयार की गई मतदाता सूची( voter’s list) त्रुटिपूर्ण है। राज्य निर्वाचन आयोग (State election commission )से कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर मतदाता सूची की खामी से अवगत कराया जिसमे भूतिया मतदाता ,मृतक मतदाता तथा एक ही नाम के कई मतदाता शामिल है। विपक्षी दल ने 127 पेज का ज्ञापन सौपा , जिसमे केवल महेसाणा विधानसभा (Mahesana Assembly )में ही 6679 मतदाता एक से अधिक बार दर्ज है , कांग्रेस के दण्डक सीजे चावड़ा(CJ Chavda )ने आरोप लगाया कि ” गुजरात विधानसभा का मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य ठीक से नहीं किया गया है. इन खामियों को दूर नहीं करने पर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जायेगा ।
चावड़ा ने कहा कि ” चुनाव आयोग द्वारा गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी की चुनाव शाखा द्वारा प्रकाशित अंतिम मतदाता सूचियों के सत्यापन में कई खामियां पाई गई हैं.उदाहरण के लिए, 25 मेहसाणा विधानसभा क्षेत्रों की सूची की जाँच करने पर पता चला कि 6,679 मतदाताओं या व्यक्तियों के पास एक से अधिक मतदाता कार्ड हैं। उनका नाम अलग-अलग मतदाता सूची में एक से अधिक बार आता है। कुछ नाम एक ही मतदाता सूची के एक ही पृष्ठ पर निकट क्रम में हैं। साथ ही अंतिम मतदाता सुधार प्रक्रिया में, एक ही व्यक्ति का नाम एक से अधिक अलग-अलग मतदाता कार्ड में जोड़ा गया प्रतीत होता है।”
मेहसाणा विधानसभा क्षेत्र में कई ऐसे मतदाता भी हैं जिनकी मृत्यु अंतिम मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम से पहले हुई लेकिन जिनके नाम हटाए गए नहीं हैं । साथ ही, भले ही कई मतदाता दस साल या उससे अधिक समय से दूसरी विधानसभा में रह रहे हों, लेकिन उनके नाम भी दर्ज हैं ।
कांग्रेस के उपनेता शैलेश परमार ने “एक उन्नत मतदाता सूची लोकतंत्र का अभिन्न अंग है। यदि मतदाता सूची में खामियां हैं, तो यह निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि इसके आधार पर कराए गए चुनाव भी निश्चित रूप से दोषपूर्ण होंगे। बूथ स्तर के अधिकारियों द्वारा मतदाता सूची का कार्य पर्याप्त ध्यान से नहीं किया जाता है। चुनाव आयोग के समक्ष मांग की गई कि राज्य के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में बूथ स्तर के अधिकारियों को मतदाता सूची तैयार करने और बूथ स्तर के अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया ,जाए जो उचित कार्य नहीं कर रहे हैं.”
आधुनिक तकनीक के युग में दो से अधिक आधार कार्ड या वोटर कार्ड ढूंढना मुश्किल नहीं है। इसलिए ऐसे नाम का पता लगाकर उसे हटाने की जिम्मेदारी बूथ स्तर के अधिकारी को दिया जाए। अवैध नाम को कम करके उनका मतदाता के रूप में ठीक से सत्यापन और रद्द किया जाना चाहिए, ताकि गुजरात की चुनावी प्रक्रिया को मजबूत किया जा सके।
कांग्रेस ने गुजरात के सभी 182 विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची का सत्यापन किया। कांग्रेस पार्टी द्वारा मांग की गई कि यदि मतदाता एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत है, तो मतदाता का नाम तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाना चाहिए और 21 अगस्त 2022 से शुरू होने वाली मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया को ठीक से किया जाना चाहिए।
चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार किसी राज्य में रहने वाला मतदाता एक ही स्थान पर मतदाता के रूप में अपना नाम दर्ज करा सकता है। हालांकि, यदि नाम उसी विधानसभा क्षेत्र के किसी अन्य विधानसभा क्षेत्र में दर्ज है, तो यह चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार एक अपराध है।