भारत के दो सबसे अमीर कारोबारी गौतम अडाणी और मुकेश अंबानी की दौलत 2022 की शुरुआती 6 महीने में शेयर बाजार में गिरावट के बावजूद भी बढ़ी है, जबकि इस दौरान देश के अन्य बड़े कारोबारी जैसे टाटा, महिंद्रा, बिड़ला, महिंद्रा और बजाज की संपत्तियों में कमी देखने को मिली हैं।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, इस साल के शुरुआती छह महीनों में भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी की संपत्ति में 2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। भारत के दूसरे सबसे अमीर शख्स गौतम अडाणी की संपत्ति में करीब 38 फीसदी का इजाफा हुआ है। दोनों कारोबारियों की संपत्ति में इजाफे के पीछे की सबसे बड़ी वजह रिलायंस इंडस्ट्रीज और अडाणी ग्रुप के शेयरों में बाजार में गिरावट के बावजूद तेजी बरकरार रहना है।
दूसरी तरफ देश के अन्य बड़े कारोबारियों समूह जैसे विप्रो के बाजार मूल्यांकन में 42 फीसदी, एलएंडटी समूह के बाजार मूल्यांकन में 32 फीसदी, आदित्य बिरला ग्रुप के बाजार मूल्यांकन में 28 फीसदी, बजाज ग्रुप के बाजार मूल्यांकन में 23 फीसदी, बजाज ग्रुप के बाजार मूल्यांकन में 23 फीसदी की और टाटा ग्रुप के बाजार मूल्यांकन में 15 फीसदी जबकि महिंद्रा के बाजार मूल्यांकन में 13 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
बाजार मूल्यांकन के हिसाब से देखा जाए तो टाटा ग्रुप अभी भी देश का सबसे बड़ा बिजनेस समूह है। टाटा ग्रुप की सभी कंपनियों का बाजार मूल्यांकन 19.66 लाख करोड़, रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन 17.56 लाख करोड़, अडानी ग्रुप का बाजार मूल्यांकन 14.1 लाख करोड़, बजाज ग्रुप का बाजार मूल्यांकन 6.81 लाख करोड़, आदित्य बिड़ला ग्रुप का बाजार मूल्यांकन 4.07 लाख करोड़, एलएंडटी ग्रुप का बाजार मूल्यांकन 3.84 लाख करोड़, महिंद्रा ग्रुप का बाजार मूल्यांकन 2.74 लाख करोड़ और विप्रो ग्रुप का बाजार मूल्यांकन करीब 2.27 लाख करोड़ रुपये है।