गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले जब विभिन्न सामाजिक घटक अपना शक्ति प्रदर्शन करके सत्ता की हिस्सेदारी का दावा कर रहे हैं , वही गुजरात के सबसे पुराने सामाजिक संगठनों में से एक अखिल भारतीय कोली समाज अपने शताब्दी वर्ष समारोह में विवादों के कारण सुर्खिया बटोर रहा है।
पिछले रविवार को सूरत में हुए अधिवेशन के दौरान कथित दौर से कुवर जी बावलिया को बर्खास्त करने का फैसला लिया गया. इस संबंध में आज सर्किट हाउस, राजकोट में एक बैठक हुई। इस बैठक में बावलिया ने साफ शब्दों में कहा, मैं समाज का अध्यक्ष हूँ और रहूँगा। समाज के लिए काम करता रहूंगा.
कुंवरजी बावलिया ने कहा कि सभी चल रहे विवाद खत्म हो गए हैं. मेरे और अजीत भाई ( अजीत कांट्रेक्टर )के बीच की गलतफहमी अब दूर हो गई है।
अजीत पटेल के खिलाफ केस वापस ले लेंगे
आने वाले दिनों में कोर्ट की तारीख आने पर अजीत पटेल के खिलाफ केस वापस ले लेंगे और फिर समाज के निर्णय के अनुसार तय किया जायेगा की चुनाव होगा या चयन ।
बता दें, कोली समाज के नए अध्यक्ष अजीत पटेल ने कुवरजी बावलिया पर आरोप लगाए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि तीन बार समाज के अध्यक्ष रहे कुंवरजी बावलिया ने 10 जून 2020 को अपना कार्यकाल पूरा किया, लेकिन एक साल के लिए अपना कार्यकाल बढ़ा कर 10 जून 2021 को अपना कार्यकाल पूरा किया.
उन्होंने आगे कहा कि अजमेर में महासभा बुलाने का विरोध करने और दिल्ली में अलग से सभा बुलाने का झूठा भरोसा देने के बाद भी वह लगातार असामाजिक गतिविधियों में लिप्त रहे. साथ ही वह दिल्ली में मनमाने ढंग से बैठक बुला रहे थे और कुछ प्रमुख लोगों को उपस्थित रखते हुए गलत तरीके से पेश कर रहे थे कि उन्हें अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। उन्होंने अखिल भारतीय कोली समाज नई दिल्ली के स्वर्ण जयंती समारोह का भी विरोध किया। तब अखिल भारतीय कोली समाज नई दिल्ली के पदाधिकारियों के साथ समाज के नेताओं ने मामले को बहुत गंभीरता से लिया। और आखिरकार उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
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